शामली। पुलिस और एसटीएफ ने वेस्ट यूपी में नकली नोटों का धंधा करने वाले लोगों पर शिकंजा कसा, तो अब कुछ लोगों ने नकली नोटों के लिए सोशल मीडिया को ही हथियार बनाना शुरू कर दिया है। संवाददाता ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर चल रहे नकली नोटों की बिक्री के धंधे के बारे में जानने के लिए चार दिन तक पड़ताल की। जिसमें इंस्टाग्राम व टेलीग्राम के ग्रुपों में जुड़कर गिरोह के नकली नोटों के संंबंध में जानकारी हासिल की गई। गिरोह के सदस्य नकली नोटों के रेट बताने के साथ होम डिलीवरी कराने का दावा करते नजर आए। जांच में सामने आया है कि रुपयों को कोड वर्ड में माल कहा जाता है। पड़ताल के दौरान नकली नोटों की होम डिलीवरी करने वाले नकली नोट विक्रताओं और संवाददाता की हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
केस: एक- व्हाट्सएप पर हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
संवाददाता : भाई नकली नोट कितने रुपये में दे दोगे ?
विक्रेता : 6 हजार के 20 हजार दे दूंगा, बता कितने लेने हैं
संवाददाता : 20 हजार ही लेने हैं मगर मेरे तक नकली नोट कैसे पहुंचाओगे
विक्रेता: नाम पता, पिन कोड भेज दो, दो दिन के अंदर होम डिलीवरी हो जायेंगे।
संवाददाता : पुलिस की कोई दिक्कत तो नहीं होगी।
विक्रेता : सवाल ही नहीं भाई।
संवाददाता : बताता हूं भाई आपको जल्द।
केस: दो- इंस्टाग्राम पर हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
संवाददाता: भाई दिल्ली के एक दोस्त से आपका नंबर लिया है, माल चाहिए।
विक्रेता : कितने माल चाहिए?
संवाददाता – 100 और 500 के नोट चाहिए। कितने में दोगे
विक्रेता : तीन हजार में 10 हजार दे दूंगा।
संवाददाता : तुम फ्रॉड तो नहीं हो, कैसे विश्वास करुं।
विक्रेता : वीडियो कॉल करते हुए 500, 100 के नोट की गडि्डयां दिखाता है।
संवाददाता : मेरे तक नोट कैसे पहुंचेंगे?
विक्रेताा : नाम, पता और पिन कोड भेज दाे, दो दिन में होम डिलीवरी करा दूंगा।
संवाददाता : रुपये कैसे देने होंगे आपको
विक्रेता : क्यूआर कोड भेजते हुए एडवांस तीन हजार भेज दो, बाकी डिलीवरी ब्वॉय को दे देना।
संवाददाता: ओके बताता हूं।
वीडियो कॉल पर दिखाए नकली नोट, बुकिंग कराओ जल्दी
विक्रेताओं ने संवाददाता को कई नकली करेंसी के ग्रुप में जोड़ दिया तथा कहा कि ग्रुप में आपको नकली नोटों के संबंध में हर तरह की जानकारी मिल जाएगी।
एडमिन से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
संवाददाता : भाई माल चाहिए, कितने में मिलेगाा
विक्रेता : 2 लाख के 10 लाख, 5 लाख के 25 लाख, 10 लाख के 50 लाख, 20 लाख के एक करोड़ रुपये के नकली नोट आपको मिल जायेंगे।
संवाददाता : आप पर कैसे विश्वास करूं।
विक्रेता : वीडियो कॉल करो।
संवाददाता: वीडियो कॉल की तो कई नोटों की गड्डिया दिखाई गई। कहा कि किसी भी तरह की टेंशन नहीं होगी। होम डिलीवरी नकली नोटों की करा दी जाएगी।
नकली नोटों की डिलीवरी कराने के लिए विक्रेताओं ने यू ट्यूब पर कई चैनल बनाए हुए हैं। यू ट्यूब पर नंबर भी लिखा होता है। संपर्क करने वाले को बाद में लिंक डालकर उसे ग्रुपों में जोड़ दिया गया तथा ग्रुपों में नकली नोटों की बोली लगाई जाती है। नकली नोटों की वीडियो से लेकर फोटो को शेयर किया जाता है।
ऑडियो कॉल के माध्यम से विक्रेता ने कहा कि वह पिछले एक साल से नकली नोटों को सप्लाई कर रहे हैं। नकली नोटों को वेस्ट यूपी के शामली के अलावा, बागपत, मेरठ, बिजनौर, सहारनपुर, हापुड, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड, हरियाण, पंजाब और राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर कूरियर के माध्यम से भेजा जा रहा है। कहा कि पुलिस को मामले का पता नहीं लगने दिया जाता है।
हम सिखा देंगे कैसे नकली नोट खपाने हैं
गिरोह के एक सदस्य ने कहा कि उसका माल बिल्कुल असली नोट के जैसा ही होता है। परमानेंट ग्राहक बन जाओगे तो नकली नोट कैसे चलाए जाते हैं, ऑनलाइन ही सिखा दिया जाएगा। विश्वास होने पर आपको अपने पर्सनल ग्रुप में भी जोड़ देंगे, जिसमें हर तरह की जानकारी आपको मिलेगी।
सोशल मीडिया के माध्यम से नकली नोटों की बिक्री का मामला संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच कराकर विक्रेताओं पर शिकंजा कसा जाएगा। ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।
एसटीएफ ने हाल ही में नकली नोटो की बिक्री करने वाले कई आरोपियों को पकड़ा है। सोशल मीडिया पर नकली नोटों की बिक्री करने का मामला संज्ञान में नहीं है। जांच कराकर का कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
साइबर एक्सपर्ट विकास कुमार का कहना है कि यह साइबर ठगी का भी हथकंडा हो सकता है। इसके लिए असली नोट वीडियो में दिखाए जाते हों और एडवांस लेकर कोई डिलीवरी न की जाए। यदि यह वास्तव में नकली नोट से जुड़ा गैंग है और डिलीवरी के समय ही भुगतान लेने की बात कहता है, तो निश्चित रूप से यह बड़ा मामला है। बावजूद इसके यह अपराध की श्रेणी में जरूर आता है। जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो सकेगा।