नई दिल्ली। पढ़ाई करने के बाद लोग नौकरी शुरू करते हैं और कुछ लोगों को बेहद कम समय में सफलता मिल जाती है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर कोई खेती शुरू कर दे. जोधपुर के एक कपल ने ऐसा किया है और जमी-जमाई नौकरी छोड़कर खेती शुरू की और आज उनकी सलाना मुनाफा करीब 1 करोड़ रुपये है.
जोधपुर के रहने वाले ललित ने एमबीए करने के बाद बैंक में जॉइन की, जबकि उनकी पत्नी खुशबू चार्टर्ड अकाउंटेंट थीं. इसके बाद उन्होंने जॉब छोड़कर ऑर्गेनिक खेती शुरू और इसे प्रॉफिट का बिजनेस बना दिया. आज ललित और खुशबू दूसरे के लिए मिसाल हैं, जो ऑर्गेनिक खेती करना चाहते हैं.
नौकरी के दौरान ललित ऑर्गेनिक खेती के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे और इसके बारे में बस उन्होंने सुना था. हालांकि, इसकी शुरुआत करने से पहले जैविक खेती पर पूरा रिसर्च किया और जोधपुर आकर उद्यान विभाग से ट्रेनिंग ली. उन्होंने पॉलीहाउस और ग्रीन हाउस के बारे में समझा. जयपुर में कृषि अनुसंधान केंद्र में उद्यान विभाग के अधिकारियों से बारीकियां सीखी.
जब ललित ने ऑर्गेनिक फार्मिंग की शुरुआत की तब लोगों ने उन्हें डराया कि यह सक्सेस नहीं है, लेकिन उन्होंने इसकी चिंता नहीं की और इस क्षेत्र में उतरने का फैसला किया. ललित कहते हैं कि इसके लिए जब उन्होंने पिता से पुश्तैनी जमीन मांगी तो शुरुआत में वो राजी नहीं हुए, लेकिन फिर धीरे-धीरे मान गए.
ट्रेनिंग के बाद ललित ने अपने फॉर्म पर शेडनेट हाउस लगाकर सब्जियां उगाना शुरू किया और फिर धीरेधीरे पॉलीहाउस भी लगाया. उन्होंने उद्यान विभाग से अनुदान लेकर खीरे का उत्पादन लेना शुरू किया और इसके लिए टर्की से बीज मंगवाए. साल 2015-16 में आधा बीघा जमीन पर कुल 28 टन खीरा ककड़ी का उत्पादन हुआ और चार लाख रुपये की लागत से 12 से 13 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ.
इसके बाद ललित ने नर्सरी की शुरुआत की और उस समय उनका टर्नओवर 23 से 30 लाख रुपये था. इसके बाद धीरे-धीरे यह 60 से 80 लाख रुपये तक पहुंचा. आज उनकी सलाना कमाई 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
ललित की पत्नी खुशबू सीए है और शुरू में उनको ऑर्गेनिक खेती के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी. हालांकि उन्होंने अपने पति को पूरा सपोर्ट किया और अब वो पूरे बिजनेस को संभाल रही हैं. खुशबू बताती हैं कि आज वो लोग अब तक 60 हजार से ज्यादा किसानों को खेती के गुण सीखा चुके हैं.