नई दिल्ली. मां आदिशक्ति की उपासना का पावन पर्व यानी चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है, जो कि 30 मार्च तक मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के इन पावन दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा धरती पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करती हैं। वहीं मां अंबे को प्रसन्न करने के लिए भक्त भी इन नौ दिनों में उपवास रखते हैं और विधि-विधान से पूजा करते हैं। नवरात्रि व्रत की महिमा शास्त्रों में भी वर्णित है। मान्यता है कि नवरात्रि व्रत करने वाले भक्तों को मां दुर्गा की कृपा से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। नवरात्रि में कुछ लोग पूरे 9 दिनों तक व्रत रखते हैं, जबकि कुछ लोग सिर्फ चढ़ती-उतरती का व्रत रखते हैं। नवरात्रि में व्रत रखने के कुछ नियम होते हैं, जिसे व्रत रखने वाले लोगों को पता होना चाहिए। आइए जानते हैं उन नियमों के बारे में…

नवरात्रि व्रत में फलाहार के नाम पर लोग दिनभर कुछ न कुछ खाते रहते हैं। जबकि इस दौरान अधिक भोजन नहीं करना चाहिए। इस दौरान फल के अलावा आप कुट्टू का प्रयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि नमक का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें।

शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि का व्रत करने वाले लोगों को पलंग के बजाए जमीन पर सोना चाहिए। वहीं यदि आप जमीन पर नहीं सो सकते हैं, तो लकड़ी के तख्त पर सो सकते हैं।

नवरात्रि व्रत करने वाले लोगों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। साथ ही व्रत करने वाले व्यक्ति को पूरे नौ दिन तक काम, क्रोध, लोभ और मोह से दूर रहना चाहिए।

नवरात्रि व्रत करने वाले लोगों को झूठ बोलने से बचना चाहिए। हमेशा सत्य का पालन करना चाहिए। साथ ही व्रत में बार-बार जल पीने से बचना चाहिए। इसके अलावा गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

नवरात्रि व्रत करने वाले जातक को नौ दिनों तक मां दुर्गा की उपासना करने के बाद अपने इष्टदेव का ध्यान जरूर लगाना चाहिए। वहीं जो लोग व्रत नहीं रखते हैं उन्हें भी इन नौ दिनों में मांस मदिरा आदि के सेवन से बचना चाहिए।