मुजफ्फरनगर। नई मंडी क्षेत्र के गऊशाला रोड जैसे वीआईपी और अति सुरक्षित स्थल पर गुड़ कारोबारी के घर में पड़ी डकैती से हड़कंप मच गया है। घटनास्थल से नई मंडी थाना महज दो सौ मीटर की दूरी पर है। इसके बावजूद लुटेरे सरेशाम दुस्साहसिक तरीके से डकैती डालकर फरार हो गए।
रविवार शाम करीब 5.30 बजे नई मंडी के सबसे सुरक्षित और वीआईपी स्थल गऊशाला रोड पर रहने वाले गुड़ कारोबारी नंदकिशोर गोयल और उनका पूरा परिवार पूरी तरह भयमुक्त था। बुजुर्ग कारोबारी नंदकिशोर गोयल घर के बाहर दोनों पौत्रों को खिला रहे थे। ग्राउंड फ्लोर पर स्थित ऑफिस रविवार होने के कारण अपराह्न ढाई बजे ही बंद कर दिया गया था। उसके ठीक पीछे स्थित कमरे में नंदकिशोर गोयल की बुजुर्ग पत्नी उर्मिला देवी बेड पर आराम कर रही थी, जिनका करीब छह माह पूर्व ऑपरेशन हुआ था। उनके पास ही आया भी देखभाल के लिए मौजूद थी। सुरक्षित क्षेत्र में रहने के कारण घर का मेन गेट खुला हुआ था। उसी समय सेंट्रो कार घर के बाहर आकर रुकी और उसमें से उतरे पांच लोग एक-एक कर अंदर चले गए। घर के सामने स्थित कन्फैक्शनरी शॉप संचालक के साथ ही घर के बाहर खेल रहे बच्चों के साथ ही नंदकिशोर गोयल को भी इसकी भनक तक नहीं थी कि अगले 18 मिनट में उनके साथ क्या होने वाला है।
कार सवार लोगों को घर में घुसे करीब दस मिनट हो चुके थे कि नंदकिशोर गोयल भी अंदर चले गए, जिन्होंने ऑफिस में लोगों को घुसा देख टोका, तो उन्हें वहीं बंधक बना लिया गया। इसके अगले आठ मिनट में बदमाश ऑफिस को पूरी तरह खंगालकर फरार हो गए। घर से पुलिस थाना महज दो सौ मीटर दूर होने के बावजूद घटना की जानकारी पुलिस को शाम करीब 7.30 बजे दी गई, जिस पर इंस्पेक्टर अनिल कपरवान, नई मंडी चौकी प्रभारी मुकेश कुमार, जेल चौकी प्रभारी ज्ञानेंद्र नागर सबसे पहले टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घर के बाहर समेत अंदर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, जिन्हें पुलिस ने पूरी तरह चेक करते हुए उसकी फुटेज में आए लुटेरों को चिह्नित करने के प्रयास शुरू कर दिए। बाद में एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। इसके बाद राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से वार्ता कर अफसरों को जल्द घटना के खुलासे के निर्देश दिए।