मुजफ्फरनगर। जिला योजना समिति के लिए जिला पंचायत से 24 सदस्यों के निर्वाचन में भी विपक्ष को बिना लड़े ही हार स्वीकार करनी पड़ी। इसके लिए जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल अपनी रणनीति में पूरी तरह से सफल नजर आये और 24 पदों में से 22 पदों पर अपने समर्थक सदस्यों को जीत दिलायी। हालांकि बहुमत उनके पास है और वह चुनाव होने पर 24 पदों पर अपने सदस्यों को जिताने में सक्षम भी दिखाई दे रहे थे, लेकिन उन्होंने चुनाव की स्थिति टालने के लिए विपक्ष को आमंत्रित किया और समझौता होने पर निर्विरोध निर्वाचन तय हुआ। दो पद पर विपक्षी खेमे के सदस्य जिला योजना समिति में सदस्य बने हैं। सभी 24 पदों पर निर्विरोध निर्वाचन होने के कारण अब 3 सितम्बर को होने वाला चुनाव निरस्त कर दिया गया है।

बता दें कि जिला योजना समिति में जिला पंचायत से सदस्य के 24 पदों अनारक्षित वर्ग में 9, अनुसूचित जाति वर्ग में 3, अन्य पिछड़ा वर्ग से 4, अनारक्षित महिला वर्ग में 5, अनुसूचित जाति महिला वर्ग में 01 और अन्य पिछड़ा वर्ग महिला वर्ग में 2 सदस्यों के निर्वाचन के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही थी। 24 पदों के सापेक्ष जिला योजना समिति के लिए 28 नामांकन पत्र दाखिल किये गये थे। इनमें जिला पंचायत में सत्ता पक्ष के 24 सदस्यों ने नामांकन किया तो विपक्षी खेमे से 04 सदस्यों ने नामांकन पत्र दाखिल करते हुए दावेदारी पेश की थी। जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल निर्विरोध चुनाव कराने की रणनीति पर शुरू से ही काम कर रहे थे,अनारक्षित वर्ग के 9 और अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के 2 पदों पर वह अपने समर्थक सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन कराने में सफल रहे, लेकिन 31 अगस्त को नामांकन वापसी में भी विपक्ष ने पर्चे वापस नहीं लिये तो चार वर्गों में 13 सदस्य पदों पर चुनाव की स्थिति बन गयी थी।

इसके बाद भी वीरपाल निर्वाल प्रयासों में जुटे रहे और विपक्ष को साथ चलकर जनपद के विकास में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद सत्ता पक्ष की जरीन और अनुराधा तथा विपक्ष से इमरान और शौकीन ने अपने पर्चे वापस ले लिये। जिससे सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत संजीव कुमार ने बताया कि नियमानुसार मतदान शुरू होने से पहले तक भी यदि कोई अपना नामांकन वापस लेता है तो निर्विरोध निर्वाचन हो सकता है। उन्होंने बताया कि जरीन, इमरान, अनुराधा और शौकीन ने अपनी दावेदारी वापस लेने का प्रार्थना पत्र आज निर्वाचन अधिकारी को दिया। इसके बाद सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन घोषित कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि जिला पंचायत से जिला योजना में निर्वाचित 24 सदस्यों में अनारक्षित वर्ग में अमरकांत, अमित, अरूण, तुषार चैहान, भगवान शर्मा, मनोज, रिहान अली, विजय कुमार, विरेन्द्र उर्फ बिल्लू शामिल हैं। अनारक्षित महिला वर्ग में आरिफा, गुडडी, बालेश्वरी, वन्दना वर्मा और हसुनो, अन्य पिछड़ा वर्ग में तरूण कुमार, प्रमोद कुमार, रजत और शाहनवाज ककरौली, अन्य पिछड़ा वर्ग महिला में फरहाना और साबिदा, अनुसूचित जाति वर्ग में प्रवीण कुमार, विकास और सचिन तथा अनुसूचित जाति वर्ग महिला में सुरेशना शामिल हैं।

विपक्ष की ओर से आरिफा और विकास जिला योजना समिति में सदस्य निर्वाचित हुए हैं, जबकि सत्ता पक्ष के 22 सदस्य जीते हैं। इस जीत पर डा. वीरपाल निर्वाल का कहना है कि उन्होंने शपथ ग्रहण के समय ही अपनी नीति स्पष्ट कर दी थी। उनकी जीत में सबका साथ सबका विश्वास रहा है। वह इसी नीति को अपनाकर जिले के विकास के लिए कार्य करेंगे। हमने जिला योजना समिति में भी विपक्ष को इसी रणनीति के तहत मनाने का प्रयास किया, जिसमें हम सफल रहे। सभी को साथ लेने की नीति के तहत ही उनके दो सदस्यों का निर्वाचन हुआ है। विपक्ष का भी हम आभार करते हैं कि इसमें चुनाव की स्थिति को टालने में उन्होंने सहयोग किया।