बागपत. बागपत के बाछौड़ में पुलिस दबिश से क्षुब्ध होकर मां और दो बेटियों के आत्महत्या करने के मामले में जेल में बंद चार आरोपियों की जमानत न्यायालय ने मंजूर कर दी। उधर, फरार चल रहे आरोपी दरोगा ने अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया।

बाछौड़ गांव का रहने वाला प्रिंस और एक युवती तीन मई को अपने घर से चले गए थे। जिसमें युवती के पिता ने प्रिंस पर युवती को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। 24 मई को पुलिस ने प्रिंस के घर दबिश दी, जहां प्रिंस की मां गीता, बहन स्वाति व प्रीति ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। जिनकी मेरठ के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। प्रिंस के पिता महक सिंह ने दबिश देने वाले दारोगा नरेशपाल, अमित उर्फ छंगा, लोकेंद्र, राजीव, शक्ति व एक नाबालिग के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार खोखर ने बताया कि जेल में बंद चारों आरोपियों की जमानत अर्जी को न्यायालय में स्वीकार कर ली गई, जबकि आरोपी दारोगा नरेशपाल ने भी अग्रिम जमानत के लिए अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल कराया। जिस पर 11 जुलाई को सुनवाई होगी।

जाट शिक्षा सबागपत के बाछौड़ में पुलिस दबिश से क्षुब्ध होकर मां और दो बेटियों के आत्महत्या करने के मामले में जेल में बंद चार आरोपियों की जमानत न्यायालय ने मंजूर कर दी। उधर, फरार चल रहे आरोपी दरोगा ने अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया।