नई दिल्ली. डायबिटीज के रोगियों को पूरी लाइफ ऐसे रूटीन को फॉलो करना होता है जिससे उनका ब्लड शुगर कंट्रोल रहे. एक हेल्दी डाइट के माध्यम से लंबे समय तक कंट्रोल करके मधुमेह के उच्च जोखिम से बचा जा सकता है. डायबिटीज को अगर समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो खतरनाक परिणाम पैदा कर सकता है. डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 प्रकार की होती है. अधिकांश लोग टाइप 2 प्रकार के जोखिम से ग्रसित होते हैं और मधुमेह के इस प्रकार को हम अपनी जीवन शैली में बदलाव करके कंट्रोल कर सकते हैं.
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए यह सबसे बड़ा सवाल होता है कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. वे अपने डाइट में ऐसे किन चीजों को शामिल करें जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे. फेमस पोषण एक्सपर्ट उर्वशी अग्रवाल ने डायबिटीज रोगियों के लिए कुछ ऐसे टिप्स दिए हैं जिससे शुगर को बड़ी ही आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. उर्वशी ने पांच ऐसे बीच के बारे में जानकारी दी है जिन्हें अगर डेली रूटीन डाइट में शामिल करते हैं तो कुछ ही दिनों में इसका असर दिखने लगेगा. आइए जानते हैं इनके बारे में….
मेथी कई पोषण तत्वों से भरपूर होता है. इसके बीज में फाइबर, जिसे “गैलेक्टोमैनन” के रूप में जाना जाता है, ग्लूकोज पाचन और अवशोषण को काफी धीमा कर देता है जिससे ब्लड में शर्करा का स्तर गिर जाता है.
अजवाईन का प्रयोग भी शुगर को कंट्रोल करने के लिए किया जा सकता है क्योंकि इनमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है. अजवाइन के बीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, और ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं. ये लाभ वजन घटाने में भी मदद करते हैं.
तुलसी का प्रयोग हजारों वर्षों से कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है. आज भी तुलसी का उपयोग खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों में हर घर में होता है. तुलसी के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं. एक्सपर्ट उर्वशी अग्रवाल का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों पर हुए कई परीक्षणों में भोजन से कुछ देर पहले तुलसी के बीज दिए गए, जिसके परिणाम स्वरूप ब्लड शुगर स्पाइक से बचा जा सका. टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में ये बीज रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में काफी उपयोगी थे.
ट्राइगोनेलाइन, निकोटिनिक एसिड, और D-chiro-inositol जैसे तत्वों से भरपूर, कद्दू के बीज मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इनमें प्रोटीन, आहार फाइबर, ओमेगा-6 वसा और मैग्नीशियम भी होते हैं जो मधुमेह प्रबंधन के लिए बेहतर माने जाते हैं.
एक्सपर्ट की माने तो डायबिटीज की बीमारी में अलसी के बीच बहुत अधिक उपयोगी होते हैं. अलसी के बीच अघुलनशील फाइबर में उच्च होते हैं, जो शरीर के रक्त शर्करा के स्तर के साथ-साथ हमारे पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करते हैं. अलसी के बीजों में टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह दोनों के प्रसार को कम करने की बेहतर संभावना होती है.