पर्थ : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस बहुप्रतिक्षित टेस्ट सीरीज का इंतजार दोनों टीमों के प्रशंसकों को रहता है। 2018 से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी टेस्ट सीरीज नहीं जीती थी, लेकिन पिछले दो दौरों पर वह कंगारू टीम पर हावी रही है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत शुक्रवार से होने जा रही है। दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। भारतीय टीम की नजरें ऑस्ट्रेलिया में लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज जीतने पर लगी होंगी, जबकि पैट कमिंस की अगुआई वाली कंगारू टीम भी पलटवार के लिए तैयार होगी। भारत ने 2018-19 और 2020-21 दौरों पर ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस बहुप्रतिक्षित टेस्ट सीरीज का इंतजार दोनों टीमों के प्रशंसकों को रहता है। 2018 से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी टेस्ट सीरीज नहीं जीती थी, लेकिन पिछले दो दौरों पर वह कंगारू टीम पर हावी रही है। नियमित भारतीय कप्तान रोहित शर्मा शुरुआती मैच के लिए भले ही उपलब्ध नहीं होंगे, लेकिन वह सीरीज के शेष चार मैचों में टीम की कमान संभालेंगे। भारत को हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत का मनोबल इससे जरूर गिरा होगा, लेकिन वह अतीत में किए गए प्रदर्शन से प्रेरणा लेकर इस सीरीज में उतरेगी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले भारत के लिए रिकॉर्ड तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में प्रवेश लगभग तय लग रहा था, लेकिन अब मंजिल काफी दूर नजर आ रही है। भारत को इसके लिए ऑस्ट्रेलिया को हर हाल में 4-0 से हराना होगा। भारतीय खिलाड़ियों को भी पता है कि यह इतना आसान नहीं होने वाला है इसलिए वे इस सीरीज में अपनी पूरी ताकत के साथ उतरेंगे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर मिली करारी हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर सबसे ज्यादा निशाने पर आए थे और उनके लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज काफी महत्वपूर्ण है। विराट कोहली और रोहित के साथ ही गंभीर के लिए यह सीरीज काफी मायने रखती है क्योंकि एक और हार उनके लिए आगे का सफर काफी मुश्किल बना सकती है।