मुजफ्फरनगर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट इलाहाबाद की बेंच देने के लिए हाईकोर्ट बेंच केन्द्रीय संघर्ष समिति द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन के तहत आज सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने शहर में वाहन रैली निकालते हुए केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान को उनके आवास पर जाकर ज्ञापन सौंपा और वेस्ट में बेंच दिये जाने की मांग की।

सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुगन्ध जैन और महासचिव बिजेन्द्र सिंह मलिक के नेतृत्व मेें शनिवार को अधिवक्ताओं ने शहर में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए चल रहे आंदोलन की कड़ी में वाहन रैली निकालकर प्रदर्शन किया। कचहरी से शुरू हुई यह रैली प्रकाश चौक, महावीर चौक, जानसठ रोड ओवर ब्रिज, टिकैत चौक, लक्षमण विहार होते हुए एटूजेेड कालौनी में केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान के आवास पर जाकर सम्पन्न हुई। यहां पर सिविल बार एसोसिएशन के महासचिव बिजेन्द्र सिंह मलिक के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन केन्द्रीय मंत्री को सौंपा और उनसे वेस्ट में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए सरकार से निर्णय कराने की मांग की। बिजेन्द्र मलिक ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर जनता द्वारा 1950 से ही आंदोलन किया जा रहा है, जिसको देखते हुए राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. सम्पूर्णानन्द द्वारा 1955 मेें वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट की स्थायी खण्डपीठ देने का प्रस्ताव पारित कराकर केन्द्र सरकार को भेजा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार को ही निर्णय लेना है।

उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में यहां से पैरवी के लिए जाना पड़ता है, जो सरकार के सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने के संकल्प और व्यवस्था के विपरीत है। उन्होंने मंत्री डा. संजीव बालियान से केन्द्र सरकार से इस मामलेे में जल्द निर्णय कराकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता को राहत दिलाने की मांग की है। बिजेन्द्र मलिक ने केन्द्रीय मंत्री से कहा कि वह केन्द्रीय संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधिमण्डल को कानून मंत्री से मिलवाने की व्यवस्था करायें, ताकि इस मांग को सही ढंग से उनके सामने रखा जा सके। केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि वह उनकी बात को सरकार तक पहंुचाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह शुरूआत से ही इस मांग के समर्थन में रहे हैं।

ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से प्रेमदत्त त्यागी, मुनव्वर हुसैन, सैयद अली मेहदी, विजय स्वरूप, श्यामवीर सिंह, काजी शिबली, विक्रांत मलिक, ठा. सन्दीप सिंह, अमित चौधरी, सतेन्द्र कुमार, अनिल कुमार, आदेश सैनी, योगेन्द्र सहरावत, प्रवीण खोखर, नेत्रपाल सिंह, अरविन्द, डा. मीरा सक्सेना, राजसिंह रावत, अनुराग त्यागी, सतेन्द्र कुमार, सुधीर गुप्ता, सौरभ पंवार, सोहनलाल, अशोक कुशवाहा, धीरेन कुमार, नीरज ऐरन, अनुराग त्यागी, अर्जुन सिंह, संत कुमार अहलावत, राकेश पाल, आनन्द कुमार आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।