
मेरठ। कुख्यात अनिल दुजाना एनकाउंटर मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है। इसमें एनकाउंटर से संबंधित साक्ष्य मांगे गए हैं। उप जिला मजिस्ट्रेट गामिनी सिंघला ने बताया कि चार मई को गौतमबुद्धनगर के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना की मेरठ एसटीएफ से मुठभेड़ हुई थी। इसमें गोली लगने से अनिल दुजाना की मौत हो गई है, जिस पर 60 से अधिक मामले दर्ज थे। यदि कोई व्यक्ति एनकाउंटर से संबंधित साक्ष्य पेश करना चाहता है तो वह 31 मई से पहले कार्यालय में पेश कर सकता है।
इसके अलावा यदि कोई मौखिक तौर पर अपना बयान दर्ज कराना चाहता है तो वह आ सकता है। बता दें, कि जानी थाना क्षेत्र में चार मई को एसटीएपु ने अनिल दुजाना को मार गिराया था। इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है। जिसमें मेरठ पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके अलावा लखनऊ से भी फोरेंसिक टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। दरअसल, अनिल दुजाना एनकाउंटर के बाद उसके परिजनों ने इस पर सवाल उठाए थे। आरोप था कि योजनाबद्ध तरीके से एनकाउंटर किया गया है।
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