मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में भाजपा दस साल के बाद सत्ता पर काबिज हुई। 55 वार्ड वाली यूपी की इस सबसे बड़ी पालिका में भाजपा की चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप चुनीं गईं तो उनके बोर्ड में भाजपा सभासद भी अच्छी खासी संख्या में निर्वाचित होकर पहुंचे, बोर्ड में 24 भाजपा सभासद निर्वाचित होने के साथ संख्याबल के आधार पर चेयरमैन काफी मजबूत स्थिति में हैं। ऐसे में सबका साथ सबका विकास की उनकी नीति के कारण बोर्ड में उनको निर्दलीय और दूसरे दलों के कुछ सभासदों का भी अंदरूनी स्तर पर समर्थन मिला तो उनकी ताकत बोर्ड में बढ़ गई है। अब इस शक्ति को और पंख लगने जा रहे हैं, क्योंकि कुछ निर्दलीय सभासद जल्द ही भाजपा का दामन थामनकर चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप के पक्ष में खड़े नजर आ सकते हैं। भाजपा नेताओं के सम्पर्क में चल रहे इन सभासदों को पार्टी ज्वाइन कराने की तैयारी अंतिम रूप में चल रही है। माना यह जा रहा है कि ये लोग लखनऊ में भाजपा ज्वाइन करेंगे। हालांकि अभी पार्टी की ओर से इस सम्बंध में कुछ स्पष्ट नहीं किया जा रहा है, लेकिन शहर की राजनीतिक चैपालों पर चाय की चुस्कियों के साथ भाजपा में जा रहे सभासदों के नामों को लेकर खूब चर्चा होने लगी है।
परिषद् के इस साल हुए चुनाव में भाजपा के टिकट पर पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप की पुत्रवधु मीनाक्षी स्वरूप पत्नी गौरव स्वरूप चेयरमैन निर्वाचित हुई। मीनाक्षी की यह जीत स्वरूप परिवार के साथ ही भाजपा के लिए भी सौभाग्यशाली रही, क्योंकि इस जीत के सहारे गौरव स्वरूप की राजनीति में एंट्री हुई और उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में अपनी पत्नी को बड़ी जीत दिलाकर अपने राजनीतिक कौशल को भी साबित किया तो वहीं भाजपा भी दस साल के बाद टाउनहाल की सत्ता पर काबिज हुई। इसके साथ ही पालिका बोर्ड में मीनाक्षी स्वरूप के साथ भाजपा के 24 सदस्य निर्वाचित हुए। 2017 के चुनाव में पालिका बोर्ड में भाजपा सभासदों की संख्या 18 थी। 2023 के चुनाव में भाजपा ने 55 वार्ड वाली इस नगरपालिका में 44 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारे थे, इनमें से आठ प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। इसके साथ ही इस बोर्ड में पहली बार रालोद और एआईएमआईएम के प्रत्याशी जीतकर पहुंचे। वहीं बसपा का खाता भी नहीं खुला।
24 भाजपा सभासदों के साथ ही पालिका बोर्ड में कई निर्दलीयों और दूसरे दलों के सभासदों का पूरा साथ चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप को मिला। यह पालिका बोर्ड की अभी तक हुई दोनों बोर्ड बैठकों में देखने को भी मिला है। इसके पीछे चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति वरिष्ठ भाजपा नेता गौरव स्वरूप की राजनीतिक सूझबूझ का ही असर है, कि उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी सबका साथ सबका विकास की जनकल्याणकारी नीति पर चलते हुए पूरे बोर्ड को जोड़ा और बिना भेदभाव के पूरे शहर के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया। अब मीनाक्षी स्वरूप बोर्ड में संख्या बल के आधार पर और अधिक मजबूत हो सकती हैं। इसके पीछे कुछ सभासदों का सियासी पाला खींचकर भाजपा में आने की तैयारी को कारण बताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार नगरपालिका परिषद् के कुछ सभासद जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इनमें से कुछ ऐसे निर्दलीय सभासद भी हैं, जो भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला तो वो निर्दलीय लड़े और जीतकर पालिका बोर्ड में पहुंचे थे, तो कुछ पालिका बोर्ड के बड़े नाम भी शामिल हैं। सभी कुछ ठीक रहा तो जल्द ही ये सभासद लखनऊ में पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने भाजपा का भगवा धारण करते हुए दिखाई दे सकते हैं। भाजपा के जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला का इस सम्बंध में कहना है कि अभी ऐसी कोई तैयारी नहीं है। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कुछ दिनों पहले ऐसे प्रयास शुरू किये गये थे, लेकिन अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बिना भदेभाव के जनकल्याण को समर्पित रहकर काम किया जा रहा है। इससे बहुत लोग प्रभावित हैं और यदि कोई पार्टी की नीतियों से जुड़कर हमारे साथ आना चाहता है तो भाजपा में सभी का पूर्ण सम्मान और विश्वास के साथ स्वागत है। उन्होंने कहा कि सभासदों के पार्टी ज्वाइन का शीर्ष नेतृत्व से आदेश प्राप्त होगा तो जनता के साथ इसको जरूर साझा किया जायेगा।