मुज़फ्फरनगर। किसानों को गन्ना मूल्य में वृद्धि, बिजली बिल में छूट और अति पिछड़ा समाज को आरक्षण जैसी विभिन्न समस्याओं के समाधान कराने को लेकर फिशरमैन कांग्रेस के तत्वावधान में पिछले 18 दिनों से धरनारत है। समस्याओं के समाधान न होने से धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। फिशरमैन कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र कश्यप ने कहा कि
कलक्ट्रेट में अतिपिछडा समाज के आरक्षण, गुड कोल्हू संचालकों की समस्याओं को लेकर अतिपिछड़ा आरक्षण अधिकार अनिश्चितकालीन सत्याग्रह 18 वे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा समाज आगामी 8 दिसम्बर को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को अपने खून से पत्र लिखेगा अतिपिछड़ा समाज ताकि हमारी समस्याओं का भी समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि आजादी के 76 वर्ष पश्चात भी पिछड़े वर्ग की अधिकतर जातियों की सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षिक और आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है जिसका सबसे बड़ा कारण 1931 के बाद पिछड़े वर्ग की जातिगत जनगणना के आंकड़े ना होना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में केंद्र की यूपीए सरकार ने जनगणना में जातिगत और आर्थिक आंकड़े जुटाए लेकिन 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार आ गई जिसके बाद केंद्र की भाजपा सरकार ने जनगणना में पिछड़े वर्ग के जातिगत और आर्थिक आंकड़े पेश नहीं किए। वहीं वर्ष 2021 में शुरू होने वाली जनगणना को भी शुरू नहीं कराया गया। पूर्व कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राकेश पुण्डीर ने कहा की कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछड़े वर्ग की जातिगत जनगणना जिसकी जितनी आबादी उसका उतना हक मिलना चाहिए की मांग की और इस लड़ाई को मजबूती से लड़ने का लड़ी।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना कराने के
लिए 16 अप्रैल 2023 को पत्र लिखा था मगर कोई कार्यवाही नहीं की गई। सोनिया गांधी ने भाजपा द्वारा बुलाए गए विशेष सत्र में जातिगत की जनगणना पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा।
उन्होंने कहा कि किसानों की मुख्य फसल गन्ना है सरकार को महंगाई को देखते हुए गन्ना मूल्य 400 रुपए कुंतल घोषित किया जाए! कांग्रेस पूर्व जिला उपाध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि कश्यप समाज के ज्यादातर कोल्हू में गुड़ बनाने का काम करते हैं लेकिन
बिजली का कनेक्शन और बिल बहुत महँगा है, कोल्हू का बिजली कनेक्शन फ्री, बिजली के बिल में सब्सिडी दी जाये। इस दौरान मुख्य रूप से रविन्द्र बालियान, अनुज चौधरी, अफजद एडवोकेट, समंदर कश्यप, बृजमोहून कश्यप, रामा कश्यप, अनिल चौधरी, महेश
विश्वकर्मा, नरेश भारती, राजकुमार कश्यप, संजीव कश्यप, मनोज कश्यप, आनन्द कश्यप,
पप्पू कश्यप, सुखपाल कश्यप, नीरज कश्यप, सतपाल कश्यप, रामवीर कश्यप, महेन्द्र
कश्यप, वीरसिंह, चत्रसेन, सोमपाल कश्यप, ओमसिंह, प्रमोद कुमार, सुशील कश्यप एवं अर्जुन कश्यप आदि लोग शामिल रहे।