मुजफ्फरनगर । मुजफ्फरनगर में नयी मंडी इलाके के मौहल्ला शांतिनगर में पुलिस सुरक्षा न मिलने से निराश लोगों द्वारा ‘लाठी लेकर खुद पहरा’ देने की खबर को बुलेटिन ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसको लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने भाजपा सरकार को घेर लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुलेटिन की खबर को सोशल मीडिया पर शेयर किया और भाजपा पर कमेंट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
अखिलेश यादव ने इस खबर को शेयर करते हुए लिखा है -उप्र के मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले में चोरों और नशेड़ियों की बढ़ती वारदातों से परेशान होकर नागरिक स्वयं ही लाठी-डंडे लेकर पहरा देने के लिए मजबूर हो गए हैं। इस चौकीदारी में
मुज़फ्फरनगर में पुलिस से नागरिक हुए निराश, शहर में लोग ‘लाठी लेकर पहरे देने’ के लिए हुए मजबूर !
भाजपा वाले भी शामिल हैं, मतलब उनको भी अपनी सरकार से सुरक्षा प्रदान करने की कोई उम्मीद नहीं बची है। जनता पूछ रही है कि पुलिस के पास सत्ता पक्ष के लिए वसूली करने के अलावा और कोई काम नहीं बचा है क्या?
अखिलेश यादव के इस ट्वीट के करते ही लखनऊ तक खलबली मच गई। कई न्यूज़ चैनल ने भी अपने मुजफ्फरनगर के रिपोर्टर को फोन कर इस खबर के विजुअल मांगे, जिसके बाद विभिन्न चैनल में काम करने वाले मुजफ्फरनगर के पत्रकार भी सक्रिय हो गए और शांति नगर में पहुंचकर लाठी लेकर पहरा दे रहे लोगों के इंटरव्यू लिए।
इसी बीच मुजफ्फरनगर के सांसद हरेंद्र मलिक ने भी सोशल मीडिया पर इस खबर को शेयर करते हुए मुजफ्फरनगर पुलिस से जल्द कार्रवाई की अपेक्षा की है। सांसद हरेंद्र मलिक ने लिखा है –मुजफ्फरनगर जिले के प्रतिष्ठित समाचार बुलेटिन में प्रसारित ख़बर वास्तव में गंभीर है। दिन प्रतिदिन चोरी और लूट के आपराधिक मामले बढ़ते जा रहे है। ऐसा एक मामला गाँधी कॉलोनी में दुकानदार अशोक कश्यप जी से लूट का सामने आया और दूसरा मामला शांति नगर में भी हुई चोरी का भी सामने आया है, जिसको लेकर मुजफ्फरनगर की जनता के मन में भय बढ़ता जा रहा है और जनता अपनी सुरक्षा के लिए ख़ुद पहरेदारी कर रही है।
इन सबको देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि या तो वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आदेश दिए नहीं जाते या माने नहीं जाते। जिले में ऐसे बहुत सारे मामले मेरे संज्ञान में है जिन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। मुज़फ्फरनगर पुलिस अपना दायित्व निभाते हुए जल्द से जल्द कार्यवाही करे और इन मामलों में गंभीरता से जाँच करे।