मुज़फ्फरनगर। जिला कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने पत्रकारों से वार्ता कर कहा कि बंदियों के हितों में जेल में लगातार सार्थक प्रयास किए जा रहे है। जेलों में जल्द डिजिटल लाइब्रेरी और ओपन जिम खोले जाएंगे। प्रदेश की जेलों में आर्थिक तंगी के कारण अतिरिक्त सजा काट हरे बंदियों की विभिन्न संस्थाओं की मदद से रिहाई के प्रयास किए जा रहे है। कैबिनेट एवं जिला कारागार मंत्री ने रविवार शाम को जिला कारागार का निरीक्षण किया।
उन्होंने कारागार पाकशाला में बन रहे भोजन का निरीक्षण कर कारागार चिकित्सालय में भर्ती बीमार बंदियों का हाल पूछा। उन्हें गर्म कंबल वितरित किए। उन्होंने कारागार चिकित्सालय, बैरकों, वीडियो कांफ्रेंसिंग, कम्प्यूटर कक्ष पुस्तकालय का निरीक्षण किया। बंदियों से बात कर कहा कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए, कि हम कोई सजा भुगत रहे है, बल्कि यह सोचे कि अज्ञातवास में आकर हमें चिंतन व मंथन करने का मौका मिल रहा है। जेल से रिहा होकर जाने पर परिजन भी गर्व से कहें कि उनका बेटा जेल से नेक इंसान बनकर आया है।
सामाजिक संस्था आधार शिला ग्रामोत्थान सेवा संस्थान द्वारा बंदियों के हित में चलाए जा रहे कम्प्यूटर प्रशिक्षण शिविर एवं महिला बंदियों में ब्यूटिशियन, सिलाई-कढ़ाई के प्रशिक्षण के पूर्ण होने पर प्रतिभागी बंदियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए। महिला बंदियों के बच्चों को खिलौने, कपड़े, बिस्किट और महिला बंदियों को गर्म कंबल वितरित किए। जिला कारागार परिसर में स्थित स्मृति पटल पर उन्होंने पुष्प अर्पित किए। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक अभिषेक चौधरी, जेलर राजेश कुमार सिंह, उप जेलर जयशंकर प्रसाद आदि मौजूद रहे।