मुजफ्फरनगर। मतदान सम्पन्न होने के बाद शनिवार को चुनाव प्रेक्षक ने अफसरों को साथ लेकर प्रत्याशियों व उनके प्रतिनिधियों के समक्ष बूथों से आई पीठासीन अधिकारियों की रिपोर्ट का सत्यापन किया। इस दौरान सपा और बसपा प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों ने चुनाव प्रेक्षक के समक्ष मतदान दिवस पर गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों को मतदान से रोकने के लिए डराने-धमकाने के साथ ही भाजपा प्रत्याशी के पैतृक गांव कुटबा-कुटबी में कई शिकायतों के बावजूद भी पोलिंग के दौरान पैरा मिलिट्री फोर्स नहीं लगाने पर ऐतराज जताया और चुनाव प्रेक्षक से आरोपों की जांच कराये जाने की मांग भी की।
वहीं डीएम ने चुनाव प्रेक्षक के समक्ष सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी ताकत लगाई और सख्त बंदोबस्त किये गये, कहीं पर भी मतदाताओं को डराया नहीं गया और न ही दहशत के कारण मतदान प्रभावित हुआ है। उन्होंने विवादित बूथों से आई पीठासीन अधिकारियों की डायरियों और प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंटों की रिपोर्ट भी चुनाव प्रेक्षक को सुबूत के तौर पर प्रस्तुत की। इसी आधार पर चुनाव प्रेक्षक ने सपा और बसपा प्रत्याशियों के ऐतराज को खारिज कर दिया।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुजफ्फरनगर जनपद में बिजनौर और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीटों में विभाजित जनपद के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान संपन्न कराया गया। इस दौरान भाजपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी डाॅ. संजीव बालियान के पैतृक गांव कुटबा और कुटबी के मतदान केन्द्रों पर बूथ कैप्चरिंग, लोगों को मतदान करने से रोकने के साथ ही स्कूल का मुख्य द्वार बंद कराये जाने के आरोप लगाये गये थे।
डीएम और एसएसपी के साथ ही तमाम अफसर इन शिकायतों का संज्ञान लेकर कुटबा कुटबी में पहुंचते रहे। सपा प्रत्याशी पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक ने इन गांवों में पैरा मिलिट्री फोर्स को तैनात करने की मांग करते हुए निर्वाचन आयोग को शिकायत की थी।
शनिवार को सवेरे नवीन मंडी कूकड़ा स्थल पर बनाये गये स्ट्रांग रूम पर सामान्य चुनाव प्रेक्षक द्वारा पोलिंग स्क्रूटनी की गई। इसमें जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रत्याशियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें सपा प्रत्याशी की ओर से रिषीपाल सिंह, भाजपा प्रत्याशी के प्रतिनिधि धर्मेन्द्र त्यागी, बसपा प्रत्याशी के चुनाव एजेंट सत्यवीर प्रजापति, निर्दलीय प्रत्याशी इलम सिंह गुर्जर और विशाल जनता पार्टी के प्रत्याशी बीरपाल सिंह सहित अन्य प्रत्याशी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुजफ्फरनगर लोकसभा के अन्तर्गत आने वाली विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान की पोलिंग स्क्रूटनी के दौरान सपा प्रत्याशी के प्रतिनिधि ने यह ऐतराज जताया कि पुलिस प्रशासन ने निष्पक्ष काम नहीं किया। खुद प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक ने बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के शाहडब्बर गांव के बूथ पर एक फर्जी वोटर को पकड़कर पुलिस को सौंपा था और कानूनी कार्यवाही की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने मतदान केन्द्र के बाहर आकर उसे छोड़ दिया। इसी प्रकार सपा और बसपा प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों ने सामान्य प्रेक्षक के समक्ष भाजपा प्रत्याशी डाॅ. संजीव बालियान के पैतृक गांव कुटबा-कुटबी में मतदान दिवस पर अव्यवस्था को लेकर भी नाराजगी जताई।
बसपा के सत्यवीर प्रजापति ने कहा कि उनका मूल गांव कुटबा ही है। वो जानते हैं कि वहां पर किस तरह से गरीबों और कमजोर वर्ग के मतदाताओं को डरा- धमकाकर उनका वोट नहीं डलने दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने कूकड़ा गांव में भी कमजोर वर्ग के मतदाताओं को धमकाकर बसपा का वोट प्रभावित करने के आरोप लगाये।
सपा प्रतिनिधि ने कहा कि बार बार मांग के बावजूद भी पैरा मिलिट्री फोर्स वहां नहीं भेजी गई। इन आरोपों का खंडन करते हुए डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि कुटबा-कुटबी में निष्पक्ष मतदान कराने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ पुलिस प्रेक्षक और वो स्वयं एसएसपी के साथ वहां पहुंचे थे।
दूसरे अफसरों और टीमों को लगाया गया था। हमने एक विद्यालय का बंद मुख्य द्वार खुलवाया, मतदाताओं से बात की, लेकिन वहां स्थिति सामान्य ही रही। बसपा के सत्यवीर प्रजापति ने चुनाव प्रेक्षक से मांग की है कि इन आरोपों की जांच अवश्य कराई जाये। चुनाव प्रेक्षक ने इन आरोपों को लेकर कुटबा-कुटबी के साथ ही दूसरे पोलिंग बूथों से आई पीठासीन अधिकारियों की रिपोर्ट और मतदाताओं के पोलिंग एजेंटों की रिपोर्ट की जांच करते हुए आरोपों को खारिज कर दिया, क्योंकि प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंटों ने ऐसी कोई शिकायत बूथों पर दर्ज नहीं कराई।
पोलिंग स्क्रूटनी के दौरान चुनाव प्रेक्षक के साथ ही डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी, एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त गजेन्द्र सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप के अलावा एसडीएम सदर परमानंद झा, एसडीएम बुढ़ाना मोनालिसा जौहरी, एसडीएम खतौली अपूर्वा यादव, एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार के साथ ही एसडीएम सरधना भी मौजूद रहे।