मुजफ्फरनगर. संचारी रोग नियंत्रण में जनपद मुजफ्फरनगर को यूपी में चौथा स्थान मिला है। हालांकि अयोध्या को पहला, मेरठ को दूसरा और बाराबंकी को तीसरा स्थान मिला है। जनपद में संचारी रोग नियंत्रण को लेकर 11 विभागों के द्वारा कराए गए कार्यों का डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और पाथ की टीमों के द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया है।
कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार ने बताया कि संचारी रोग को लेकर जनपद में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है। इस अभियान में डीपीआरओ, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग समेत 11 विभागों की भूमिका रही है। सभी ने अपने निर्धारित कार्यों को अच्छी तरह से किया गया है। उन्होंने बताया कि समस्त न्याय पंचायतों में कृषि रक्षा पर्यवेक्षको, सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) एवं कृषि विभाग के समस्त तकनीकी कर्मचारियों एवम अधिकारियों के सहयोग से जनपद मुजफ्फरनगर को प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।
जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह के कुशल निर्देशन एवं मुख्य विकास अधिकारी, संदीप भागिया के मार्गदर्शन के फलस्वरूप कृषि रक्षा अनुभाग द्वारा माइक्रो प्लान बनाकर एईएस/जेई रोग की रोकथाम हेतु चूहा, छछूंदर कार्यक्रम को प्रभावी रूप से चलाया गया है। जमें हुए पानी में मच्छरों को रोकने हेतु सभी न्याय पंचायतों में कृषि रक्षा पर्यवेक्षको, सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) एवं कृषि विभाग के समस्त तकनीकी कर्मचारियों एवम अधिकारियों के सहयोग से जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं डीपीआरओ विभाग के द्वारा संचारी रोग के नियंत्रण के लिए ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान, छिडकाव, फॉगिंग आदि कराया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी इस अभियान को गम्भीरता के साथ चलाया गया है। उन्होंने बताया कि सभी के प्रयासों के फल स्वरुप कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में जनपद मुजफ्फरनगर को प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।