मुजफ्फरनगर। एमडीए ने शहर के विकास की महायोजना 2031 को अंतिम रूप दे दिया है। जनता की आवश्यकताओं के अनुसार महायोजना में बहुत से बदलाव किए गए हैं। अब इसे स्वीकृति के लिए मंडलायुक्त सहारनपुर को भेजा गया है। यदि कोई आपत्ति नहीं होती है तो शासन को भेज दिया जाएगा।
महायोजना 2031 को लेकर विकास प्राधिकरण के अधिकारी एक माह से दिन रात लगे थे। इस महायोजना में शहर के आसपास के गांव शामिल किए गए हैं। हाईवे के कुछ दोनों तरफ के गांव भी शामिल हैं। 2031 तक जनसंख्या घनत्व को देखते हुए सड़कें कितनी चौड़ी होनी चाहिए। स्कूलों और अस्पतालों की कितनी आवश्यकता होगी।

मूलभूत सुविधाएं कहां कितनी दी जानी हैं, इस सबका खाका इस महायोजना में खींचा गया। जनता के स्वास्थ्य को देखते हुए कहां पार्क बनने हैं और कहां व्यावसायिक भवनों के लिए जगह छोड़नी है, यह भी तय किया गया है। आवासीय क्षेत्र को अलग और औद्योगिक क्षेत्र को अलग किया गया है।

महायोजना में एक-एक चीज पर अलग से फोकस किया गया है। एमडीए के स्टाफ, इंजीनियरों ने लगकर इस महायोजना को अंतिम रूप दिया है। महायोजना का पूरा ड्राफ्ट तैयार कर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त सहारनपुर को भेज दिया गया है। महायोजना में यदि कोई बदलाव होना है या स्वीकार कर लिया गया है। इस पर मंडलायुक्त अपनी टिप्पणी देंगे। इसके बाद ही अंतिम स्वीकृति के लिए इसे शासन को भेजा जाएगा।

एमडीए की उपाध्यक्ष कविता मीणा का कहना है कि स्थानीय स्तर से सभी कार्य पूरा कर दिया गया है। महायोजना 2031 को अपनी ओर से अंतिम रूप देकर मंडलायुक्त के यहां भेज दिया गया है। जल्द ही इसे अंतिम स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया जाएगा।