एएसपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि बुधवार देर रात चेकिंग के दौरान बड़ौत की तरफ से आ रही एक्सयूवी 500 गाड़ी को वंदना चौक पर रोका गया। गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें 60 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए। गाड़ी में मुजफ्फरनगर के गांधी कॉलोनी निवासी मनमोहन साहनी पुत्र बालकिशन और उसके पुत्र मुकुल साहनी सवार थे। ये दोनों कपड़ा व्यापारी हैं।
मनमोहन साहनी मुजफ्फरनगर में नेहा हैंडलूम के नाम से पर्दों आदि का शोरूम चलाते हैं। गाड़ी चंपावत (उत्तराखंड) निवासी बिशन पुत्र लक्ष्मण सिंह चला रहा था। वह फिलहाल सेलमपुर चौक रानीपुर हरिद्वार में रह रहा था।
बिशन ने बताया कि मनमोहन साहनी के बड़े पुत्र विशाल से उसकी मुलाकात हुई थी। उसी के जरिए वह इंजेक्शन पंजाब की किसी कंपनी से लेकर आते थे। इन्होंने 92 इंजेक्शन पंजाब के जिरकपुर स्थित वेदांग फार्मा कंपनी से किसी सुखपाल चौहान के जरिए खरीदे थे। 32 इंजेक्शन इन लोगों ने खपा दिए हैं। एक इंजेक्शन करीब नौ हजार में खरीदकर 25 से 30 हजार तक में बेचते थे। विशाल और सुखपाल को पुलिस तलाश कर रही है। इनके मोबाइलों को सर्विलांस पर लगाकर पता लगाया जा रहा है कि ये लोग कब से इस काम में जुटे थे। कहीं नकली इंजेक्शनों का कारोबार तो नहीं कर रहे थे व्यापार बाप-बेटे? देखें पुलिस अधिकारियों के बयान का वीडियो | ओर अपने बचाव में क्या बोले आरोपी, जानने के लिए नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं ओर पढें पूरी खबर