मुजफ्फरनगर. शहर कोतवाली क्षेत्र के खालापार में बुधवार को एनआईए ने एक मकान में दबिश दी। एनआईए की टीम ने मकान की तलाश ली और वापस लौट गई। जिस मकान की तलाशी लेने के लिए एनआईए की टीम मुजफ्फरनगर पहुंची थी। उस मकान से चार माह पूर्व करोड़ों की हेरोइन गुजरात एटीएस व एनसीबी बरामद कर चुकी है।

बुधवार को दिल्ली से एनआईए की टीम ने मुजफ्फरनगर में आकर अपना डेरा डाल लिया। कुछ माह पूर्व अफगानिस्तान से समुद्र के रास्ते करोड़ों की हेरोइन को भारत में भेजा गया था। रास्ते में भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने हेरोइन को जब्त कर दिया। मामले की जांच बाद में एनआईए के सुपुर्द कर दी गई है।

एनआईए ने बुधवार को यूपी के मुजफ्फरनगर, उत्तराखंड के टिहरी, दिल्ली व राजस्थान के जयपुर समेत 9 स्थानों पर एक साथ दबिश दी। एनआईए ने बुधवार को शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खालापार निवासी रजी हैदर के मकान पर दबिश दी। तस्कर रजी हैदर गुजरात की जेल में पहले से ही बंद है। एनआईए को तलाशी के दौरान कुछ भी बरामद नहीं हुआ। एनआईए की टीम वापस दिल्ली के लिए लौट गई।

यह है मामला
चार माह पूर्व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी), दिल्ली की स्पेशल सैल, गुजरात एटीएस ने शहर की क्राइम ब्रांच को साथ लेकर शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खालापार में दबिश देकर हजारों करोड़ रुपये की हेरोइन बरामद की थी।

गुजरात एटीएस ने शहर की क्राइम ब्रांच को साथ लेकर चार माह पूर्व शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खालापार में दबिश दी थी। गुजरात एटीएस ने रजी हैदर निवासी खालापार को हिरासत में लिया था। उससे की गई पूछताछ के बाद गुजरात एटीएस मुजफ्फरनगर पहुंची थी। पूछताछ के बाद रजी हैदर के पड़ोसी के मकान से लगभग 210 किलो हेरोइन बरामद की गई थी।