सहारनपुर। गेहूं की सरकारी खरीद में जनपद पिछड़ गया है। जिले में अब तक लक्ष्य के मात्र 4.56 प्रतिशत ही गेहूं खरीद हो सकी है। सरकारी खरीद में कमी के पीछे गेहूं का मंडी में अधिक भाव होना है।
किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने के लिए सरकार विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से गेहूं की खरीद कराती हैं। इसके लिए जिले में 93 क्रय केंद्र खोले गए हैं। सरकार ने जनपद को 116000 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है। लेकिन जनपद गेहूं खरीद में काफी पिछड़ गया है। अब तक जिले में मात्र 5294.501 मीट्रिक टन गेहूं की ही खरीद हो सकी है। जो लक्ष्य का केवल 4.56 प्रतिशत बैठती है। इसकी बड़ी वजह मंडी में सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक होना है। मंडी में इस समय भी 2200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक का भाव चल रहा है। जबकि सरकार ने इस बार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल घोषित कर रखा है।
जनपद में गेहूं की सरकारी खरीद को बढ़ाने के लिए गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क किया जा रहा है। किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों पर ही गेहूं को बेचने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके अलावा यदि किसी एक गांव में एक गाड़ी गेहूं मिल जाए तो क्रय केंद्र प्रभारी वहां जाकर गेहूं की खरीद कर रहे हैं। जिले में अभी तक लक्ष्य का मात्र 4.56 प्रतिशत ही गेहूं खरीदा जा सका है।
आंकड़ों की नजर में जिले में सरकारी गेहूं खरीद
गेहूं क्रय केंद्र 93
जनपद का लक्ष्य 116000 मीट्रिक टन
क्रय केंद्र 93
गेहू खरीद 5294.501 मीट्रिक टन
गेहूं बिक्री करने वाले किसानों की संख्या 1697
इस अवधि में गत वर्ष गेहूं खरीद 4668.584 मीट्रिक टन