
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 23वें दिन में प्रवेश कर गया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के किसानों के साथ संवाद किया हालांकि उसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम की अधिकतर बातों को झूठ बताया और कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण करना चाहती है,
बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुईं। उन्होंने अपनी कुछ फोटो ट्विटर पर शेयर की हैं। साथ ही अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘एक नम्रता देने वाला दिन, प्रदर्शनकारी किसानों और बुजुर्गों का धैर्य, संकल्प और दृढ़ता देखने के लिए।’
खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि एमएसपी पर एक कानून लागू करने की जरूरत है: सुरजेवाला
खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि एमएसपी पर एक कानून लागू करने की जरूरत है। तो फिर मोदीजी मोदीजी की बात क्यों नहीं सुनते: रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस
मोदी सरकार अब ईस्ट इंडिया कंपनी से भी बड़ी व्यापारी कंपनी बन गई हैः सुरजेवाला
किसान 21 दिन से सर्दी में, लाखों की संख्या में, दिल्ली के चारों तरफ न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मोदी सरकार अब ईस्ट इंडिया कंपनी से भी बड़ी व्यापारी कंपनी बन गई है। जो किसान की मेहनत की गंगा को मैली कर मुट्ठी भर पूंजीपतियों को पैसा कमवाना चाहती है: रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, किसान 21 दिन से सर्दी में, लाखों की संख्या में, दिल्ली के चारों तरफ न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मोदी सरकार अब ईस्ट इंडिया कंपनी से भी बड़ी व्यापारी कंपनी बन गई है। जो किसान की मेहनत की गंगा को मैली कर मुट्ठी भर पूंजीपतियों को पैसा कमवाना चाहती है।
अब किसान करेंगे हल क्रांति, हल से हल निकलेगा
यूपी गेट पर 22वें दिन भी किसान डटे रहे। राकेश टिकैत ने कहा कि अब हल क्रांति होगी। हल से निकलेगा हल, बातचीत से हल नहीं निकल सका तो बंजर दिल्ली को हल से जोत देंगे। उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस लेने और एमएसपी पर खरीद गारंटी की मांग पर किसान डटे रहेंगे, अगर सरकार स्वामीनाथन की रिपोर्ट को भी लागू कर दे तो यह और अच्छी बात होगी। हालांकि स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करने का सरकार का दावा सरासर झूठा है।
वीएम सिंह ने साझा किया भाकियू के साथ मंच, नाराजगी हुई दूर
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने शुक्रवार को नाराजगी दूर करते हुए यूपी गेट पर भाकियू के मंच को साझा किया। इसी के साथ वीएम सिंह ने अपना मंच आज से खत्म कर दिया है। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने वीएम सिंह आंदोलन से अलग बता दिया था जिसके बाद वीएम सिंह अलग मंच बनाकर आंदोलन कर रहे थे।
कांग्रेस नेता और मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने किया भोजन वितरित
कांग्रेस नेता और मुक्केबाज, विजेंद्र सिंह ने टिकरी बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर जमींदारा छात्र संगठन (JSO) द्वारा आयोजित लंगर में भोजन वितरित किया। उन्होंने कहा ‘हम यहां अपने देश के किसानों की सेवा के लिए हैं। हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि 3 काले कानूनों के खिलाफ है।’
500 रुपये महीना की भीख नहीं समर्थन मूल्य का हक चाहिएः राकेश टिकैत
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें 500 रुपये महीना की भीख नहीं समर्थन मूल्य का हक चाहिए। यूरिया का 5 किलो वजन घटाया जिससे किसान का नुकसान हुआ। शहद का किसान जैव परिवर्तित सरसो का विरोध कर रहा है, लेकिन मोदी सरकार आगे बढ़ रही है।
स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू करने की बात सरासर झूठ हैः राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने पीएम मोदी की बात को गलत बताते हुए कहा कि किसानों से चर्चा की बात गलत है। किसान संगठनों से कानून को लेकर कोई चर्चा नहींं की गई। टिकैत ने ये भी कहा कि स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने का दावा सरासर झूठ है। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट विस्तृत है। स्वामीनाथन की सिफारिश में लागत में C2+ 50% जोड़कर देने की है। भाजपा ने चालाकी दिखाकर फार्मूला बदलकर A2+FL कर दिया, जिससे किसानों का हक मारा जा रहा है।
किसानों को नहीं मोदी जी एग्री बिजनेस को बढ़ावा दे रहे हैंः राकेश टिकैत
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मोदी जी भंडारण हेतु ढांचे की बात कर रहे हैं। लेकिन अपील कॉरपोरेट से कर रहे हैं, इसका मतलब मोदी जी किसान को नहीं एग्री बिजनेस को बढ़ावा दे रहे हैं। खेती में निजीकरण को बढ़ावा दे रहे हैं। नवरत्न कंपिनयों के निजिकरण के बाद मोदी जी की निगाह अब खेती के निजीकरण पर है।
गन्ना किसानों को 16 करोड़ की मदद देने की बात सबसे बड़ा झूठ है- राकेश टिकैत
पीएम मोदी के संबोधन के बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, मोदी जी के संबोधन में सबसे बड़ा झूठ ये है कि गन्ना किसानों को 16 करोड़ की मदद की जा रही है। यह मदद नहीं शुगर मिल पर किसानों का बकाया है उसका भुगतान शुगर मिल को करना था। अगर सरकार उसको दे रही है तो शुगर मिलों को मदद मिल रही है। सरकार अगर इसे इंसेंटिव के रूप में देती तो कोई लाभ होता है।
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