मुजफ्फरनगर। विधानसभा के उप चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में हलचल हो रही है। रवा राजपूत समाज के लोगों की बैठक में एलान किया गया कि अगर मंत्रालय नहीं तो वोट नहीं। तय किया गया कि प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को लखनऊ में सीएम से मुलाकात करेगा, इसके बाद अंतिम फैसला होगा।

जानसठ रोड स्थित एक बैंक्वेट हॉल में करीब 27 गांवों के रवा राजपूत बिरादरी के गणमान्य लोगों की बैठक हुई। समाज के निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देने या भाजपा के पक्ष में बैठाने को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान 11 लोगों की कमेटी बनाई गई। कमेटी में अतर सिंह, सुनील कुमार, दुष्यंत, राजवीर टीटू, सुशील रूकनपुर, ब्रजपाल सिंह, नरेश, बिट्टू तिगाई, प्रवीण सठेड़ी, जयपाल सिंह, राजपाल मुबारिकपुर रहे।

कमेटी ने निर्णय दिया कि समाज का प्रत्याशी चुनाव में खड़ा रहेगा। इस मामले को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जाएगा। अगर मुख्यमंत्री समाज के व्यक्ति को मंत्री का दर्जा देते है, तो समाज के लोग भाजपा के समर्थन में मतदान करेंगे। यदि उनकी मांग स्वीकार नहीं की जाती तब वह अपने निर्दलीय प्रत्याशी को ही मजबूती से चुनाव लड़ाएंगे। अध्यक्षता मुरारी लाल और संचालन सुशील कुमार ने किया।

बैठक में मनेाज चेयरमैन, प्रवेश लठूरे, सुशील लाडपुर, पिंकी पूर्व प्रधान, नवीन चंदवंशी, बिट्टू ठाकुर, डॉ रविंद्र सिंह, विनोद, अरुण चैहान, राहुल तवंर, रमेश मास्टर, राजेश, राजपाल सिंह, विकास मास्टर, ब्रजपाल सिंह, सुनील प्रधान, लक्ष्मण सिंह, सोनू उर्फ रूकेश आदि शामिल रहे।

समाज के एक व्यक्ति ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पद और जिला पंचायत सदस्य पद को दरी बिछाने वाला बताया। इस पर बैठक में मौजूद जिला पंचायत सदस्य मनोज लौहड्डा नाराज हो गए। दोनों ओर से लोग आमने सामने आए गए और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे। हंगामा बढ़ते देख जिम्मेदार लोगों ने दोनों पक्षों को शांत कर दिया।