मुजफ्फरनगर। महंत नरेन्द्र गिरी की मौत का प्रकरण अभी शांत भी नहीं हुआ था कि शुक्रतीर्थ स्तिथ गोड़िया मठ एक बार फिर सुर्खियों में है। आश्रम में रहने वाले मासूम बच्चो के साथ योन शोसन के आरोप में जेल गए आश्रम के संचालक बाबा भक्ति भूषण जेल ने जमानत मिलने के बाद भाजपा नेता और कई लोगो पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है की अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो जल समाधी ले लेंगे। गोड़िया मठ के संचालक ने आश्रम पर असामाजिक तत्वों द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी और गोड़िया मठ पर अवैध कब्जा करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
आश्रम के संचालक बाबा भक्ति भूषण ने मीडिया सेंटर के पत्रकारो से वार्ता के दौरान कहा कि जनपद के एक तथाकथित भाजपा नेता संजीव संगम और विकाश पंवार और एक अन्य पर आरोप लगाते हुए बताया की 10 जून 2020 में पहले एक साजिश के तहत फर्जी आरोप लगाकर जेल भेज दिया गया अभी कुछ माह पहले जब जमानत पर बाहर आया तो जब में अपने आश्रम में गया तो वंहा से जो मेने कई वर्षो से चंदा और भिक्षा मांग कर आश्रम के लिए पैसा जमा किया था वो सब चोरी से निकलकर ले गए। आश्रम में रहने वाले गोविन्द पर शक हुआ हमने जब गोविन्द की तलाशी ली तो तिजोरी के कुछ अवशेष हमें गोविन्द के पास से मिले और एक लाख रूपये भी जो इसने किसी के पास रखे हुए थे वो लाकर दिए। हमने गोविन्द के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराइ है। अब विकाश पंवार और भाजपा नेता संजीव संगम मेरे ऊपर दबाव बना रहे है की आपने जो गोविन्द के खिलाफ शिकायत की है उसे वापस ले लो। ये भी दबाव बना रहे की महंत जी आप इस शहर को छोड़कर चले जाओ ये भी धमकी दी की हम आपके आश्रम में देशी तमंचे रख कर फंसा देंगे। 24 तारीख को विकाश पंवार और भाजपा नेता संजीव संगम मेरे आश्रम में आये और एक बेग की चेन खोलकर बोले देखो इसमें देशी कट्टे है उन्होंने कहा की महाराज जी ये बेग आपका है आप रख लो मेने कहा की ये सब मेरा नहीं है तो बोले की आप पांच लाख रूपये दे दो नहीं तो आपके खिलाफ फिर से पहले जैसा फर्जी केस होगा और आप फिर जेल जाओगे भाजपा नेता संजीव संगम ने कहा की आपका हाल नरेंद्र गिरी जैसा कर देंगे नहीं तो हमारी बात मान लो। मेने तत्काल पुलिस को सुचना दी और आश्रम में लगे सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी। पुलिस ने गत 25 सितम्बर को दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 452, 504, 506, 387 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया था किन्तु छः दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी खुले घूम रहे हैं। आश्रम के कार्यों से उन्हें अक्सर मुजफ्फरनगर जाना पडता है। दोनों आरोपी दबंग किस्म के हैं, जो कहीं भी कभी भी उन्हें किसी भी प्रकार का नुकसान पहंचा सकते हैं। इस लिए में मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा रहा हैं की मुझे न्याय मिले नहीं तो में जल समाधी ले लूंगा।
दरअसल मामला भोपा थाना क्षेत्र के शुक्रतीर्थ स्थित गोड़िया मठ आश्रम का है जंहा आश्रम के संचालक बाबा भक्ति भूषणने ने एक पत्रकारवार्ता के दौरान भाजपा नेता और दो अन्य लोगो पर आश्रम पर अवैध रूप से कब्जा करने और आश्रम संचालक को जान से मरने की धमकी देने का आरोप लगाया है। ये वही गोड़िया मठ के संचालक है जिन पर 10 जून 2020 में जनपद की चाइल्ड हेल्प लाइन टीम को एक सूचना मिली थी कि शुक्रताल के एक आश्रम में पढ़ने वाले मासूम बच्चों से आश्रम में चिनाई का काम और पशुओं का चारा कटवाया जा रहा है, जिसकी सूचना पर चाइल्ड हेल्पलाइन टीम द्वारा आश्रम में छापेमारी की थी, आश्रम में टीम के पहुंचते ही बंधक बनाए गए 10 छात्रों को बंधन मुक्त कराया गया था। वही आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले सभी पीड़ित 10 बच्चे नॉर्थ ईस्ट राज्यो के मिजोरम और त्रिपुरा के निवासी बताए गए थे।
इस पूरे मामले पर पुलिस ने तत्काल आश्रम के संचालक बाबा भक्ति भूषण गोविन्द ओर एक अन्य उनके चेले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आश्रम संचालक ओर उनके साथी को आश्रम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने इस पूरे मामले पर बच्चों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर भोपा थाने में राखी देवी चाइल्ड लाइन की सदस्य की तहरीर पर आश्रम के महंत भक्ति भूषण कुलीन महाराज व एक अन्य के खिलाफ धारा 323, 377, 504 और बाल संरक्षण अधिनियम की धारा 5फ और धारा 6 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले में कानूनी कार्रवाई की थी। आश्रम में बच्चो के साथ योन शोषण का मामला अभी मुजफ्फरनगर कोर्ट में विचारधीन है। आश्रम संचालक बाबा बक्ति भूषण और उनके सहयोगी अभी कुछ माह पहले जमानत पर जेल से बाहर आये है।