मुजफ्फरनगर। में दिवाली के बाद से हवा की गुणवत्ता लगातार खराब चल रही है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पत्र पर डीएम चंद्रभूषण सिंह ने रात करीब साढ़े आठ बजे शिक्षण संस्थाओं को बंद करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन लगभग डेढ़ घंटे बाद प्रदूषण विभाग ने सूचना जारी करते हुए बताया कि पहला पत्र त्रुटिवश जारी हो गया था। इसके बाद शिक्षण संस्थाओं की छुट्टी का आदेश निरस्त कर दिया गया। जिला प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर अगला कदम उठाया जाएगा। हालांकि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों और इकाइयों के खिलाफ जांच अभियान चलेगा। 

डीएम ने विभागों को निर्देश जारी किए हैं कि कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर एंड एडवाइजिंग एरियाज द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन किया जाए। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीआईओएस गजेंद्र कुमार ने प्रधानाचार्यों को सूचना जारी कर कहा है कि शिक्षण संस्थाएं निर्धारित समय पर खुलेंगी। 

आज से प्रदूषण फैलाने वालों पर बढ़ेगी सख्ती
जिला प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि जिले में प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार से आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस और प्रदूषण विभाग जांच करेगा। 10 से 15 साल पुराने वाहनों की जांच होगी और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा विभिन्न निर्माण कराने वाले विभाग भी अलर्ट पर रहेंगे। कूड़ा जलाने वाले पर कार्रवाई होगी। औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण किया जाएगा।

पर्यावरण बचा लो, सांस लेने लायक नहीं रही हवा 
मुजफ्फरनगर में हर साल पर्यावरण की सेहत बिगड़ रही है। हवा सांस लेने नायक नहीं है। मंगलवार को भी एक्यूआई 328 पर रहा। लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ी। दिवाली के दिन एक्यूआई 202 पर था, लेकिन इसके बाद से लगातार हवा की सेहत खराब हो रही है। सुबह और शाम के समय लोगों को अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्मॉग मुश्किलें खड़ी कर रहा है। मंगलवार को सुबह सात बजे तक स्मॉग छाया रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पर्यावरण बचाने के लिए लोगों को आगे आना होगा। वन विभाग के रेंजर कुलदीप कुमार का कहना है कि अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाना चाहिए। प्रकृति की सुरक्षा किए जाने से साफ और शुद्ध हवा लोगों को मिलेगी। 

प्रकृति की ओर लौटना ही पड़ेगा
शांतिनगर में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय चलाने वाले आयुर्वेदाचार्य डॉ. नीरज शास्त्री का कहना है कि लोगों को प्रकृति की ओर लौटना ही पड़ेगा। हवा और पानी को जितना नुकसान पहुंचाया जा रहा है, इसका नुकसान आमजन को ही है।

सीएमओ डॉ. एमएस फौजदार का कहना है कि सुबह और शाम के समय विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है। सांस, अस्थमा, टीबी के मरीजों को सुबह-शाम के समय घर से निकलने से बचाव करना चाहिए।

इस हवा में कैसे लेंगे सांस
तिथि            एक्यूआई
01 नवंबर        219
02 नवंबर        273
03 नवंबर        287
04 नवंबर        202
05 नवंबर        306
06 नवंबर        328
07 नवंबर        308
08 नवंबर        383
09 नवंबर        410
10 नवंबर        372
11 नवंबर        357
12 नवंबर        337
13 नवंबर        331
14 नवंबर        326
15 नवंबर        356
16 नवंबर        328

प्रतिबंधित सामग्री जलाने वालों के खिलाफ  कार्रवाई
जिला प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि प्रतिबंधित सामग्री जलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। कोल्हू संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके अलावा निर्माण सामग्री खुले में डालने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है।