सहारनपुर। सहारनपुर में मंडलायुक्त डॉ.हृषीकेश भास्कर यशोद की बैठक से गायब रहे मुजफ्फरनगर ओर शामली जनपद के अफसरों को लेकर बडा एक्शन लिया गया है। कमिश्नर ने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही डीएम को शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।
सहारनपुर में मंडल के सभी अधिकारियों की कार्यशाला हुई। वर्कशाप मंडलायुक्त डॉ.हृषीकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में हुई। कार्यशाला में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली के अधिकारियों को भी बुलाया गया था। लेकिन सहारनपुर के ही कुछ अधिकारी कार्यशाला में पहुंचे। जिस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई।
कमिश्नर डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद ने कहा कि मंडल में किसी भी उद्यमी को एनओसी के लिए परेशान ना किया जाए। शासन की प्राथमिकताओं वाले कार्यक्रमों में शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही डीएम को शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।
नवीन कलक्ट्रेट सभागार में निवेश मित्र-सिंगल विंडो पोर्टल व ईज आफ डूईंग बिजनेस पर कार्यशाला आयोजित की गई। कमिश्नर डा. हृषिकेश भास्कर यशोद ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से उद्यमियों को पीपीटी के माध्यम से पोर्टल की बारिकियों को समझाया गया है।
साथ ही उद्यमियों की समस्याओं को भी सुनकर उनका तत्काल निस्तारण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर इकोनमी बनाने की ओर अग्रसर करेंगी। यह सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उद्यमियों को परेशान ना किया जाए। संबंधित विभाग नियमानुसार एवं समय से उद्यमियों को एनओसी प्राप्त कराएं।
डीएम डा. दिनेश चंद्र ने सभी अधिकारियों से इस कार्यशाला में मिली जानकारी का उपयोग कर पोर्टल पर उपलब्ध आवेदनों को समय से निस्तारित करने को कहा। उन्होंने सभी उद्यमियों से सरकार द्वारा ईज आफ डुइंग बिजनेस में प्राप्त सुविधाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
इस दौरान सीडीओ सुमित राजेश महाजन, एडीएम प्रशासन डॉ अर्चना द्विवेदी, संयुक्त आयुक्त उद्योग अंजू रानी, उपायुक्त उद्योग वीके कौशल समेत उद्यमी मुकेश खन्ना, प्रियेश गर्ग, रविंद्र मिगलानी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।