मुजफ्फरनगर। नगर निकाय के चुनाव को लेकर नगर पालिका प्रशासन ने कमर कस ली है। नगर पालिका के द्वारा शहर से सटे गॉंवो का परिसीमन कर नगर पालिका में शामिल करने के लिए 11 गांवों को चुना गया हैं, जबकि चार गांव अभी भी आंशिक हैं, जिन्हें नगर पालिका में शामिल करने के लिए मंथन चल रहा है। नगर पालिका में शामिल होने वालों में सरवट एवं अलमासपुर गांव सबसे बडे हैं, जिनकी कुल आबादी क्रमश: करीब 35 हजार और 20 हजार बताई गई हैं।
पहले नगर पालिका में कुल 50 वार्ड शामिल थे, मगर परिसीमन के पश्चात 60 वार्ड बना दिये जायेंगे। परिसीमन से पूर्व नगर पालिका वार्डो में करीब पांच से छह हजार वोटों के आधार पर बनाये गये थे। वहीं अब परिसीमन के पश्चात नौ हजार से दस हजार के करीब वोटरों के आधार पर वार्ड बनाये गये हैं। नगर पालिका के परिसीमन में आने वाले गांवों में अलमासपुर, कूकडा, कूकडी, खांजापुर, सहावली, वहलना, मीरापुर, मंदौड़, सरवट, सूजड़ू के अलावा शेरनगर आदि शामिल किये गये हैं। इसके अलावा चार गांवों पर मंथन चल रहा हैं कि परिसीमन में शामिल किये जाये या नहीं। नगर पालिका टीम द्वारा क्षेत्र में उतरकर लोगों की वोट बनाने एवं परिसीमन किये गये क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया जा रहा हैं।
शहर में विकास कार्य कराने के लिए परिसीमन कराया जा रहा हैं। शहर की आबादी के बढने के कारण विकास कार्य की रफ्तार रूक गई थी, जिसको रफ्तार देने के लिए नगर पालिका के द्वारा परिसीमन प्रक्रिया निभाई जा रही हैं। नगर पालिका में न होने के कारण कई मौहल्ले व गांव आज भी विकास कार्यो से कोसो दूर दिखाई दे रहे थे। नगर पालिका के द्वारा विकास कार्यो की दुहाई दे रहे मौहल्ले एवं गांवों का परिसीमन कर नगर पालिका में शामिल कर दिया गया हैं। परिसीमन के दौरान नगर पालिका में आने वाले गांव अधिकतर शहर से सटे हुए गांव हैं। वहीं नगर पालिका कर्मचारियों के द्वारा परिसीमन कार्य को जल्द समाप्त करने के आदेश भी दिये गये हैं, जिसके बाद निकाय चुनाव में ड्यूटी पर लगाये गये कर्मचारियों के द्वारा जोरो-शोरो पर कार्य को पूरा करने में जुट गये हैं। वहीं कुछ कर्मचारियों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की वोट बनाने की प्रक्रिया को भी निभाया जा रहा हैं। दिसंबर तक निकाय चुनाव होने का अंदाजा लगाया जा रहा हैं, मगर सूत्रों की माने तो नगर निकाय चुनाव की तारीख जनवरी तक जा सकती हैं। नगर निकाय चुनाव कब होंगे और कौन किसके सिर ताज सजेगा ये तो भविष्य के गर्भ में ही पल रहा हैं। नगर निकाय चुनाव को लेकर शहर भर में चल रही चर्चा सही हैं या विपक्ष द्वारा चलाये गये शब्दावली बाण यह सब भविष्य के गर्भ में पल रहा हैं।