बागपत की रमाला सहकारी चिनी मिल में ठेके नहीं मिलने पर कुख्यात धर्मेंद्र किरठल के करीबी ने धमकी दी है। दूसरे ठेकेदार की लेबर का भी पीछा गया और इसके चलते खौफ का माहौल है। इस मामले में ठेका लेने वाली कंपनी के अधिकारियों ने एडीजी मेरठ से शिकायत की है। इसके बाद बागपत पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। फिलहाल एसओजी बागपत और रमाला पुलिस मामले की जांच में लगी है।

बागपत में रमाला सहकारी चीनी मिल में सरकार ने पांच हजार टीसीडी स्थापित करने का आदेश नोएडा की उत्तम सुकोटेक इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया था। चीनी मिल वर्ष 2019-20 में तैयार हो गई और इसके बाद आपरेशन-मेंटीनेंस अनुबंध भी इसी कंपनी को दिया गया। पैराई सत्र 2022-23 के लिए यह ठेका जारी रखा गया। पिछले सत्र में कंपनी ने चीनी मिल के कार्य शुगर हैंडलिंग, ऐश हैंडलिंग, प्रेसमड हैंडलिंग का काम ठेकेदार अलोक कुमार निवासी शामली को दिया था, लेकिन काम सही नहीं होने का हवाला देकर नया टेंडर छोड़ा गया। आलोक की जगह इस बार कंपनी ने शुगर हैंडलिंग का कार्य ठेकेदार सरफराज निवासी गांव असारा बागपत, ऐश हैंडलिंग का काम गणपति इलैक्टोनिक वर्क्स एण्ड कंस्ट्रक्शन और बेगास हैंडलिंग का कार्य ममता एन्टरप्राइजेज को दिया है। 11 नवंबर को धर्मेंद्र किरठल के नाम से आलोक कुमार ने सरफराज ठेकेदार को धमकी दी और बाइक से उसकी लेबर का पीछा किया। ठेकेदार सरफराज ने जान का खतरा बता कर काम करने से मना कर दिया है। ऐसे में कंपनी के उपमहाप्रबंधक हरनंद त्यागी की तरफ से रमाला चीनी मिल के महाप्रबन्धक, एसपी और डीएम बागपत, यूपी शूगर फेडरेशन, मुख्य सचिव शुगर व गन्ना लखनऊ को शिकायत की। रमाला थाने में भी तहरीर दी गई है। लखनऊ से इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया गया और एडीजी को कार्रवाई के लिए कहा गया। वहीं, कंपनी के अधिकारी इसी मामले में एडीजी मेरठ राजीव सबरवाल से मिले और शिकायत दी। हरनंद त्यागी ने बताया कि आलोक कुमार धमकी दे रहा है और ऐसे में लोगों में खौफ है। ठेकेदार ने काम करने से इंकार कर दिया है। पुलिस ही बचाव कर सकती है। एडीजी ने रमाला पुलिस को इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए।