नोएडा. नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला से गाली-गलौज में जेल में बंद गालीबाज श्रीकांत त्यागी ने अपनी जान को खतरा बताया है। श्रीकांत ने सुरक्षा के बाबत एक पत्र लिखा है, जिसे नोएडा जेल अधीक्षक ने नोएडा पुलिस कमिश्नर को भेज दिया है। उधर, जेल में श्रीकांत को पहले से हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।

जेल में हाईसिक्योरिटी बैरक में है श्रीकांत
नोएडा जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने बताया, ‘श्रीकांत त्यागी ने पत्र में लिखा है कि उनके मामले को सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित किया गया है। इस वजह से उन्हें अपनी जान का खतरा बना हुआ है। इस पत्र में श्रीकांत ने जेल से कोर्ट में पेशी के दौरान अलग बंदी वाहन मांगा है, ताकि सुरक्षा मजबूत रहे। सामान्य तौर पर बंदियों को एकसाथ समूह में बंदी वाहन में कोर्ट भेजा जाता है। चूंकि बंदी वाहन पुलिस लाइन से मुहैया कराया जाता है, इसलिए हमने इस पत्र को नोएडा पुलिस कमिश्नर को भेज दिया है।’

26 अगस्त को होगी सुनवाई
श्रीकांत त्यागी की तरफ से ये पत्र करीब तीन दिन पहले लिखा गया था। उधर, श्रीकांत के अधिवक्ता सुशील भाटी ने कहा कि मुझे इस पत्र की जानकारी नहीं है। लेकिन मेरा मुवक्किल सुरक्षा मांग सकता है। इस केस में अगली सुनवाई 26 अगस्त को होनी है।

जेल में श्रीकांत से मिले मांगेराम त्यागी
मुजफ्फरनगर के प्रमुख त्यागी नेता मांगेराम त्यागी ने मंगलवार को नोएडा जेल पहुंचकर श्रीकांत त्यागी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने फेसबुक पर लिखा- ‘आज श्रीकांत त्यागी से एकांतवास में विस्तारपूर्वक विचार विमर्श हुआ। इसके पश्चात श्रीकांत त्यागी के निवास स्थान पर पहुंचकर बेटी अनु त्यागी, उनके पिताजी, रिश्तेदारों के साथ आगे की रणनीति पर कुछ गंभीर विषयों पर चर्चा की।’

10 अगस्त से श्रीकांत जेल में बंद
श्रीकांत त्यागी 10 अगस्त से नोएडा जेल में बंद है। 5 अगस्त को ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में रेजिडेंट्स एना अग्रवाल से उसने अभद्रता-गाली गलौज की थी। इसमें न केवल श्रीकांत की गिरफ्तारी हुई, बल्कि नोएडा पुलिस ने उस पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की थी। इस कठोर कार्रवाई के खिलाफ 21 अगस्त को नोएडा के गेझा गांव में त्यागी समाज की महापंचायत भी हुई। इसमें श्रीकांत से गैंगस्टर और अन्य कठोर धाराएं हटाने के लिए पुलिस को 15 दिन का वक्त दिया गया है।