मुजफ्फरनगर। करीब दो महीने पहले हुई प्रसिद्ध यूटयूब सिंगर फरमानी नाज के चचेरे भाई की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने फरमानी के पिता तथा भाई को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार फरमानी की भाभी तथा उसकी बहन से अवैध संबंधों के कारण उसके चचेरे भाई खुर्शीद की चाकुओं से गोदकर हत्या की गई। खबर के आखिर में देखें वीडियो

हर-हर शंभू गाने के बाद चर्चा में आई यूट्यूबर सिंगर फरमानी नाज के चचेरे भाई खुर्शीद की हत्या का खुलासा हो गया है। उसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि फरमानी नाज के पिता और सगे भाई ने की थी। इस हत्या में नाज के सगे भाई के सालों ने भी साथ दिया। खुर्शीद की अगस्त में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी।

खुर्शीद का फरमानी नाज की भाभी से अवैध संबंध हो गया था। मुजफ्फरनगर की रतनपुरी पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लोगों में फरमानी के पिता और भाई भी शामिल हैं। आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।

रतनपुरी थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर माफी गांव निवासी खुर्शीद की 5 अगस्त को हत्या कर दी गई थी। फरमानी नाज के चचेरे भाई खुर्शीद की बाइक सवार तीन बदमाशों ने धारदार हथियारों से हमला किया था। हमले में खुर्शीद गंभीर रूप से घायल हो गया।

इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। अस्पताल में खुर्शीद की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने सरकारी अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया। लोगों का उस समय आरोप था कि गांव के ही एक पक्ष के लोगों ने उसकी हत्या की है।

मंगलवार को रतनपुरी पुलिस ने खुर्शीद हत्याकांड का खुलासा किया। एसपी देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि खुर्शीद की हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई थी। मृतक के संबंध फरमानी नाज के भाई फरमान की पत्नी से थे।

अवैध संबंधों की जानकारी होने पर फरमानी नाज के पिता और भाई ने हत्या की साजिश रची और फरमान ने अपने सालों को हत्या करने के लिए बुलाया था। खुर्शीद की हत्या में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।

इसमें आरिफ पुत्र बेनीवास निवासी मोहम्मदपुर माफी, फरमान पुत्र मोहम्मद आरिफ निवासी मोहम्मद माफी, फरियाद पुत्र उजागर निवासी पूठ खास थाना रोहटा जिला मेरठ, जाकिर व शकीर पुत्र साबिर निवासी जानी खुर्द थाना जानी मेरठ है।

बताया गया कि शाकिर पुत्र साबिर अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पकड़े गए आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू व बाइक भी बरामद की गई है। पूछताछ के बाद सभी आरोपियों का चालान कर दिया गया।

हर-हर शंभू गाना गाकर फरमानी नाज सुर्खियों में आईं थी। इसके बाद देवबंद के उलेमाओं ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। कहा था कि इस्लाम में नाच-गाना हराम है। इसके बाद फरमानी नाज ने उलेमाओं को जवाब दिया था कि जब मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया था, तब ये उलेमा कहां थे। ये उलेमा इस्लाम के नाम पर महिलाओं के हर काम को हराम बता देते हैं। ये बताइए महिलाएं जाएं तो कहां जाएं।

फरमानी नाज का पिता आरिफ पहले भी आपराधिक वारदातों में गिरफ्तार हो चुका है। वह गैंग बनाकर सरिया लूटता था। इसका राजफाश पुलिस ने पिछले साल नवंबर में किया था। इस गैंग ने टेहरकी के जंगल से गार्डों को बंधक बनाकर 25 कुंतल सरिया लूटा था। फरमानी के भाई अरमान समेत आठ बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा था।