मुजफ्फरनगर। पूरे देश में जहां कोरोना के केसो की तादाद तेजी के साथ बढी रही है तो वही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में व्यवस्था की कमी के चलते चुनाव कर्मचारियों को ड्यूटी लेने के लिए भी अव्यवस्थाओं से रूबरू होना पढ़ रहा है, ब्लॉकों में कर्मचारियों को 4 गज की दूरी तो दूर 4 इंच की दूरी भी नहीं मिल पा रही है।
दरअसल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मुजफ्फरनगर में सोमवार को होने हैं जिस से पहले रविवार को अधिकतर ब्लॉको व सदर ब्लाक के लिए बनाए गए मंडी स्थल स्थित पोलिंग रवानगी सेंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग पर बड़ी घोर लापरवाही देखी गई। जहां कर्मचारी कड़ी धूप के बीच लंबी लंबी कतारों में लगकर ड्यूटी कार्ड, मतपत्र, बैलट बॉक्स व अन्य सामग्री बिना सोशल डिस्टेंसिंग के प्राप्त कर रहे थे।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी के लिए लगाए गए अध्यापक ने गुस्से से आगबबूला होते हुए जिला प्रशासन पर कोरोना काल में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। बता दें कि मुजफ्फरनगर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सामग्री वितरण का एक ही काउंटर बनाया गया है। जिसके चलते जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखने के बावजूद भी सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही थी।

 

 

मुजफ्फरनगर: पोलिंग पार्टियों की रवानगी में टूटा कोरोना प्रोटोकाल
मुजफ्फरनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत 19 अप्रैल को जनपद में 498 ग्राम पंचायतों में चार पदों के लिए मतदान होना निर्धारित है। इसके लिए रविवार को जनपद के नौ विकास खण्ड क्षेत्रों के ग्रामों में मतदान सम्पन्न कराने के लिए अलग अलग स्थानों से पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। इसके साथ ही पुलिस फोर्स को भी मतदान केन्द्रों के लिए रवानगी दे दी गयी। पोलिंग पार्टियों की रवानगी के दौरान अव्यवस्था इतनी हावी रही कि चुनाव ड्यूटी प्राप्त करने से लेकर मतपेटियां और मतदान सामग्री हासिल करने के लिए मतदान कार्मिकों को भारी जद्दोजहद करनी पड़ी। महिलाओं को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। ड्यूटी और मतपेटियां वितरण टेबल पर भीड़ टूट पड़ी थी। इस दौरान कोविड गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई।

 

डीएम और एसएसपी की मौजूदगी में ही लोग बिना मास्क के अपनी चुनावी ड्यूटी को पाने के लिए एक दूसरे के ऊपर गिरते पड़ते नजर आये। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होते हुए अफसर देखते रहे। मतपेटियां प्राप्त करने के लिए लिए तो कई स्थानों पर मारामारी का आलम नजर आया। जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को सुबह सात बजे से मतदान कराया जाना है। इसके लिए जनपद में नौ विकास खण्ड क्षेत्रों के 498 ग्रामों में जिला पंचायत सदस्य के 43 वार्डों, ग्राम प्रधान, बीडीसी और ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 1060 मतदान केन्द्रों पर 2976 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। मतदान केन्द्रों पर वोटिंग कराने के लिए रविवार को जनपद के नौ स्थानों से अलग अलग पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव ने पोलिंग पार्टियों और पुलिस फोर्स की रवानगी की व्यवस्थाओं पर नजर बनाये रखी। एसएसपी अभिषेक यादव ने रवानगी स्थलों का निरीक्षण करते हुए दिशा निर्देश दिये। फोर्स को निष्पक्ष चुनाव कराने की हिदायत दी गयी।

आज सवेरे पुलिस लाइन से पुलिस फोर्स को चुनाव ड्यूटी देकर रवाना किया गया, तो वहीं मतदान कार्मिकों को विकास खण्डवार रवानगी दी गयी। एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि रविवार को पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया है। इनमें पुरकाजी ब्लाॅक के गांवों में चुनाव कराने के लिए विकास खण्ड कार्यालय पुरकाजी, विकास खण्ड सदर के लिए कृषि उत्पादन मण्डी समिति कूकडा, बघरा ब्लाॅक के लिए विकास खण्ड कार्यालय बघरा, चरथावल क्षेत्र के लिए ब्लाॅक परिसर चरथावल, खतौली क्षेत्र के लिए कृषि उत्पादन मण्डी समिति खतौली, मोरना ब्लाॅक के लिए स्वामी कल्याण देव एसडी इण्टर काॅलेज शुक्रताल, जानसठ ब्लाॅक के लिए डीएवी डिग्री काॅलेज जानसठ, बुढ़ाना विकास खण्ड क्षेत्र के लिए डीएवी पीजी काॅलेज बुढ़ाना और शाहपुर ब्लाॅक क्षेत्र के गांवों में चुनाव सम्पन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टियों शान्ति देवी जैन डिग्री काॅलेज शाहपुर से रवाना किया गया।

पोलिंग पार्टियों की रवानगी और फोर्स को कूच कराने के दौरान भीड़भाड़ के कारण अव्यवस्था हावी रही। सदर ब्लाॅक के गांवों में चुनाव कराने के लिए कूकड़ा से पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के नजारे कोविड प्रोटोकाॅल की धज्जियां उड़ाते हुए दिखे। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसरों के सामने ही मतदान कार्मिक बिना मास्क के नजर आये। भीड़ का आलम ऐसा था कि यहां पर मतदान कार्मिक एक दूसरे के ऊपर गिरते पड़ते दिखाई दे रहे थे। कूकड़ा मण्डी में मैदान में लगे छोटे और सीमित टेंट में हजारों की संख्या में कर्मचारी इकट्ठे देखे गए। वहां किसी-किसी ने तो मास्क लगा रखा था, लेकिन बड़ी संख्या में कर्मचारी बिना मास्क के दिखाई दिए। यहां पर रवानगी से पहले ड्यूटी और सामग्री पाने के लिए मतदान कार्मिकों को भारी जद्दोजहद करनी पड़ी।

महिला कर्मचारियों को तो मानो किसी अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा। यहां पर चुनाव ड्यूटी टेबल पर पहली जंग लड़ी गयी। भीड़ का आलम यह था कि लोगों में धक्का मुक्की हो रही थी। कहीं पर भी सेनिटाइजर की व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं की गयी थी। सोशल डिस्टेंसिंग का नियम तो व्यवस्था का मुंह चिढ़ा रहा था। वहां पर व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस कर्मचारियों को भी भीड़ हटाने के लिए पसीना पसीना होना पड़ा। महिलाओं को चुनाव ड्यूटी दिलाने में यही पुलिस कर्मी जुटे रहे, लेकिन भीड़ का आलम यह था कि किसी की कोई सुनने को तैयार नहीं था। सभी को अपनी ड्यूटी और सामग्री पाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही थी। इसके बाद सामग्री का मिलान करने के लिए भी टेंट के नीचे भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई।

महिलाएं भी कड़ी धूप में अपनी ड्यूटी पाने के लिए इधर उधर भटकती नजर आ रही थी। वहीं पोलिंग पार्टियों को मतदान के लिए रवाना होते समय वाहनों में सवार करने में भ कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया गया। कर्मचारियों को बसों में भी ठूस-ठूस कर भरा गया। कई बसों में तो क्षमता से अधिक कर्मचारियों को भरा गया था और कर्मचारी खड़े होकर ही यात्रा करने में मजबूर नजर आये। कई महिलाएं सिरों पर मतपेटियां और हाथों में चुनाव सामग्री उठाये हुए भटकती रही। इस संबंध में अफसर भी इस अव्यवस्था से आंखे मूंदकर कोरोना प्रोटाकाल की अनदेखी करने में व्यस्त रहे। अफसरों का पूरा जोर था कि किसी भी तरह पोलिंग पार्टियों को यहां से रवाना कर बूथों तक पहुंचा दिया जाये। बता दें कि जनपद मुजफ्फरनगर कोरोना संक्रमण के कारण हाई रिस्क जिले में शामिल है। यहां पर नाइट कफ्र्यू लागू है। इसके बावजूद भी पोलिंग पार्टियों की रवानगी में गंभीर लापरवाही बरती गयी।

 

एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि सोमवार को होने वाले मतदान के लिए आज नौ विकास खण्ड क्षेत्रों में 2976 पोलिंग बूथों के लिए 11904 मतदान कार्मिकों को रवाना किया गया है। इनमें 3571 पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम और द्वितीय 7144 और मतदान अधिकारी तृतीय 3571 शामिल हैं। इसके अलावा प्रत्येक विकास खण्ड मुख्यालय पर 20 प्रतिशत मतदान कार्मिक अतिरिक्त ड्यूटी के लिए रखे गये हैं। किसी भी आपातकाल स्थिति में इन अतिरिक्त कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि सोमवार को सवेरे सात बजे से पोलिंग बूथों पर मतदान शुरू करा दिया जायेगा। इसके लिए पीठासीन अधिकारियों को मतदान पूर्व तैयारी करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया प्रशासन पूरी तरीके से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण व्यवस्था के बीच पंचायत चुनाव के लिए तैयार है, किसी भी तरीके की कोई कोताही या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।