ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार को भक्तों की भीड़ का दबाव बढ़ने से श्रद्धालुओं की स्थिति बिगड़ने लगी ह। महिला श्रद्धालु की अचानक हालात बिगड़ गई। ऐसे में श्रद्धालुओं ने महिला को भीड़ के बीच से निकाला और मंदिर पर तैनात चिकित्साकर्मियों ने उपचार शुरू किया।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में प्रशासन की व्यवस्था का श्रद्धालुओं को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। नई व्यवस्था के तहत बेरिकेडिंग पर श्रद्धालुओं को रोके जाने से भीड़ का दबाव लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को भी हालात खराब थे। मंदिर के बाहर बाजार और गलियों में भीड़ का दवाब लगातार बढ़ने से महिलाओं, बुजुर्ग और बच्चों की हालत बिगड़ रही है। भीड़ के बीच मौजूद मुजफ्फरनगर निवासी महिला श्रद्धालु लक्ष्मी देवी की तबियत बिगड़ गई। पुलिस व सुरक्षा गार्डों ने महिला को श्रद्धालुओं के सहयोग से बाहर निकाला। मंदिर पर तैनात चिकित्साकर्मियों ने महिला का उपचार शुरू कर दिया।
बता दें कि बांके बिहारी मंदिर में विगत माह जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान बड़ा हादसा हो गया था। हादसा इतना दुखद था कि वृंदावन से लेकर प्रदेश की राजधानी तक हलचल मच गयी थी। भीड़ के दवाब के कारण दो लोगों की मौत हो गयी थी। इसके बाद बिहारी जी मंदिर तक कॉरिडोर बनाने का प्रदेश सरकार को निर्णय लेना पड़ा। मंदिर में वीआइपी प्रवेश द्वार भी बंद कर दिया गया और बैरिकेडिंग लगा दी गयी लेकिन हालात आज भी जस के तस बने हुए हैं।
रविवार नौ अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस दिन बांके बिहारी जी का श्वेत वस्त्रों में श्रंगार किया जाता है। बिहारी जी रास रचाते हुए वर्ष में एक बार अधरों पर मुरली धारण करते हैं। संभावना है कि कल भीड़ का दवाब अधिक बढ़ जाएगा। एेसे में हालात बिगड़ने की नौबत आ सकती है। प्रशासन को अभी से पुख्ता इंतजाम करने ही होंगे।