मुजफ्फरनगर. डीएम के आदेश पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शव को कब्र से निकला गया। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है। गांव हुसैनपुर कलां निवासी बी फार्मा के छात्र की 26 जुलाई को जनपद बागपत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
बुढ़ाना कोतवाली के गांव हुसैनपुर कलां निवासी भूरा पुत्र हमीद ने डीएम को बताया था कि उसका इकलौता पुत्र सुहैल बी फार्मा करने के साथ ही गांव के ही कथित डाक्टर शाहनवाज मलिक के क्लिनिक पर कम्पाउंडरी भी करता था। उसने कथित डाक्टर पर विश्वास करते हुए अपनी बेटी की शादी के लिए रखे हुए पांच लाख रुपये अमानत के तौर पर दे दिए थे। उसने 22 जुलाई को डाक्टर से अपने रूपयों की मांग की, तो वह आग बबूला हो गया था।
26 जुलाई को उसके पुत्र सुहैल को डाक्टर शाहनवाज व दो अन्य व्यक्ति बाइक पर बैठाकर ले गए थे। दो घण्टे बाद सुबह करीब 10 बजे शाहनवाज ने फोन कर बताया कि तुम्हारे पुत्र का जनपद बागपत के गांव बिजरौल के पास एक्सीडेंट हो गया है। जिसे कभी बड़ौत व कभी मेरठ ले जाना बताते रहे। डाक्टर शाहनवाज आदि ने उसके पुत्र सुहेल के शव को हुसैनपुर कलां में लाकर आनन फानन में सुपुर्दे खाक कर दिया था। उसने अपने पुत्र सुहैल की रूपयों की रंजिश के चलते शाहनवाज आदि पर हत्या करने का आरोप लगाया। परिजनों ने डीएम से सुहैल के शव को कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई थी।
डीएम के आदेश पर एसडीएम अरुण कुमार, सीओ विनय गौतम व कोतवाली प्रभारी रवेंद्र यादव ने कब्र खुदवाकर सुहेल के शव को बाहर निकलवाया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया। अधिकारियों द्वारा कब्र खोदने से लेकर शव को सील करने तक की वीडियोग्राफी कराई गई।