शामली। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ऑटो इंटरलॉकिंग सिस्टम अगले साल फरवरी तक काम करना शुरू कर देगा। जिसके बाद से ट्रेनों का संचालन और तेज गति से शुरू हो जाएगी।
उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल द्वारा दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलमार्ग के आधुनिकीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है, इसके तहत रूट के सभी रेलवे स्टेशनों पर ऑटो इंटरलॉकिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं, यह कार्य शामली सहित 3 स्टेशनों को छोड़कर बाकी में पूरा हो चुका है, जबकि शामली स्टेशन पर बीते छह माह से यह कार्य चल रहा है। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्टेशन अधीक्षक कार्यालय, कंट्रोल रूम आदि के लिए नए कमरे बनाए गए हैं। कंट्रोल रूम में दो-तीन कंप्यूटर सिस्टम लगाए जाएंगे, जिनसे समूचे रेलवे यार्ड का संचालन होगा। स्टेशन मास्टर कंट्रोलरूम से कंप्यूटरों द्वारा ही ट्रेन को किस लाइन पर लेना है, या रवाना करना है, सिग्नल दे सकेंगे। इतना ही नहीं वह पटरियों की अदला-बदली भी कंप्यूटर से ही कर सकेंगे, जबकि अभीतक यह कार्य केबिन गेट कर्मचारियों द्वारा किया जाता है, जिन्हें स्टेशन मास्टर फोन से गाड़ी के आने के लिए लाइन देने के दिशा निर्देश देते हैं।
इतना ही नहीं रेलवे ट्रैक को ऑटो इंटरलॉकिंग सिस्टम के अनुरूप बनाने के लिए पटरियों में भी व्यापक बदलाव किया जा रहा है, इसके लिए वर्तमान पटरियों के नीचे लगे सीमेंट के हल्के स्लीपरों को बदलकर उनके स्थान पर भारी भरकम स्लीपर लगाए जा रहे हैं, ताकि उन पर लाइनों को बदलने का कार्य असानी से किया जा सके। शनिवार से यह कार्य धीमानपुरा रेलवे फाटक पर शमशान स्थल के पास लाइन संख्या दो पर शुरू किया गया है। रेलवे स्टेशन के इंजीनियर संजय कुमार शर्मा ने बताया कि ऑटो इंटरलॉकिंग कार्य अगले साल फरवरी के अंततक तक पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद स्टेशन यार्ड में कंप्यूटरीकृत सिस्टम से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।