मुज़फ्फरनगर : पीएनबी मेरठ मंडल के अंचल प्रबंधक द्वारा कर्मचारी से की गई अभद्रता के विरोध में मुजफ्फरनगर और शामली की बैंक शाखाओं में दो दिन कामकाज नहीं हुआ। दोनों जिलों की 85 बैंक शाखओं में इन दो दिनों में 200 करोड़ से ज्यादा का लेनदेन पूरी तरह से प्रभावित रहा, हालांकि गुरुवार की दोपहर बाद बैंक शाखाएं खोली गई, लेकिन सभी शाखाओं में लेनदेन कार्य की रफ्तार धीमी रही। इससे सबसे ज्यादा परेशान व्यापारी वर्ग रहा।
मुजफ्फरनगर के सरकुलर रोड स्थित पीएनबी मुख्यालय पर मेरठ के प्रबंधक द्वारा कर्मचारी से अभद्रभाषा का प्रयोग हुआ। इसके विरोध में मुजफ्फरनगर और शामली की 85 पीएनबी की बैंक शाखाएं बंद रही, जिसमें 53 शाखाएं मुजफ्फरनगर की शामिल रही। बुधवार को दिनभर बैंकों में ताले रहे, कोई कामकाज कर्मचारियों और अधिकारियों ने नहीं किया। आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक ओफिसर्स ऐशिसियन व पंजाब नैशनल बैंक एससीएसटी फेलफेयर ऐशिशियन के बैनर तले चल रहे धरने में मुजफ्फरनगर, शामली की बैंक शाखाओं को बंद कर कर्मचारी धरने पर रहे।
इसके अलावा सहारनपुर और बिजनौर सहित आसपास के जिलों से भी कर्मचारी और अधिकारी धरने में रहे। गुरुवार की दोपहर बाद बैंक शाखाएं खुल गई। मुजफ्फरनगर और शामली की 85 बैंक शाखाएं दो दिन नहीं खुलने से 200 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हो गया। एलडीएम सुरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हमारी माध्यम ब्रांच में एक दिन में एक करोड़ का लेनदेत होता है। इसके हिसाब से कम से कम दो दिनों में 200 करोड़ के लेनदेन प्रभावित हुआ। इसमें ग्राहकों की चैक क्लियर नहीं हुए। कोई आरटीजीएस, एनइएफटी नहीं हो सकी।
कोई नया बैंक खाता नहीं खोला गया है। अब दशहरा अवकाश के बाद ही बैंकों को कामकाज पूर्ण रूप से बहाल होगा।