लखनऊ। यूपी सरकार लोगों के लिए कई योजना चला रही है. कन्या सुमंगला योजना भी इन्हीं में से एक है. रामपुर जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी मोहम्मद जीशान मलिक ने बताया कि इस योजना के तहत राज्य सरकार ने बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह के लिए वित्तीय सहायता का प्रबंध किया है. इससे उनका भविष्य उज्जवल हो सकेगा. अभी रामपुर जिले में यह योजना संचालित है. योजना का लाभ छह प्रमुख श्रेणियों के तहत मिलता है और हर श्रेणी में खास सुविधाएं दी जाती हैं.
कन्या सुमंगला योजना
कन्या के जन्म के बाद यदि वह 1 अप्रैल 2019 या उसके बाद जन्मी हो, तो उसे 5000 रुपये की एकमुश्त सहायता दी जाती है. यह सहायता बेटी के पहले कदम के रूप में माता-पिता को राहत प्रदान करती है और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाती है. बेटी का एक वर्ष के भीतर संपूर्ण टीकाकरण हो चुका हो तो उसे 2000 रुपये की मदद दी जाती है. यह सुनिश्चित करता है कि बच्चियां स्वस्थ रहें और उनका शुरुआती जीवन सुरक्षित हो.
इन क्लास में मिलते हैं इतने रुपये
जब बेटी पहली कक्षा में प्रवेश करती है तो उसे 3000 रुपये की एकमुश्त मदद दी जाती है. यह उसे शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करता है और उसकी शिक्षा की दिशा में पहला कदम है. छठी कक्षा में प्रवेश करने वाली बेटियों को भी 3000 रुपये मिलते हैं. यह सहायता उन बेटियों के लिए है, जो अपनी पढ़ाई में आगे बढ़ने के लिए कदम उठा चुकी हैं. नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बेटियों को एक निश्चित राशि दी जाती है.
योजना के आवेदन के लिए आपको बच्ची की फोटो, कक्षा नौ के प्रवेश प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है. हाई स्कूल या इंटरमीडिएट के बाद, जब बेटियां डिग्री या डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश लेती हैं, तो उन्हें प्रवेश शुल्क, अंक पत्र, और संस्थान से मिलने वाले प्रमाण पत्र के साथ सरकारी सहायता प्रदान की जाती है. कन्या सुमंगला योजना न केवल बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देती है. लड़कियों को आत्मनिर्भर और सुरक्षित भविष्य देने के मकसद से ये कदम उठाया गया है.