कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानुपर देहात से पुलिस की बेरहमी का एक वीडिया वायरल हो रहा है. इस वीडिया में पुलिस एक शख्स पर लाठियां बरसा रही है. जबकि उसकी गोद में एक 3 साल का मासूम बच्चा रो रहा है. जिस शख्स को मारा जा रहा था वो बार-बार पुलिस से अपील कर रहा था कि बच्चे को लग जाएगी, उन्हें न मारे, लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं थी. अब इस वीडियो को लेकर कानपुर पुलिस की सफाई भी सामने आ गई है. पुलिस का कहना है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो और उनका भाई अस्पताल में अराजकता फैला रहा था.
करीब 50 सकेंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सामने पुलिस की गाड़ी खड़ी है और वहीं पर उस शख्स की पिटाई हो रही है. वो खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन पुलिस उसे दौड़ा-दौड़ा कर मार रही थी. जिस शख्स की पिटाई हो रही थी वो बार-बार पुलिस से गुहार लगा रहा है कि उसे न मारे बच्चे को लग सकती है. लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं थी.
वीडियो वायरल होने के बाद अब इस पूरे घटना को लेकर पुलिस की तरफ से सफाई दी गई है. पुलिस का कहना है कि रजनीश शुक्ल नाम का एक शख्स अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान हंगामा कर रहा था. वीडियो में दिख रहा शख्स रजनीश का भाई है. पुलिस के मुताबिक बार-बार समझाने के बाद भी वो मानने को तैयार नहीं था.
पुलिस का कहना है कि मौके पर डीएम और सीएमओ भी थे. इन दोनों ने भी इन्हें समझाने की भी कोशिश की लेकिन वो मान नहीं रहा था. पुलिस का ये भी कहना है कि रजनीश शुक्ल पर पहले भी हंगामा करने के आरोप लग चुके हैं. प्रशासन का आरोप है कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों से मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी. ऐसे में उनको हटाना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी थी.