
शामली। शामली के अजंता चौक पर जाम लगाने के दौरान हंगामे के बाद पुलिस ने रालोद के दो पूर्व विधायक समेत कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। उसके बाद सदर कोतवाली से बसों में बैठाकर इन्हें अस्थाई जेल के लिए रवाना किया गया।
रालोद के पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल और नवाजिश आलम के साथ पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता अजंता चौक पर जाम लगाने के दौरान पुलिस से उलझ गए। मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल उन्हें सदर कोतवाली लेकर पहुंचा। उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने को तैयार करने का प्रयास किया गया, मगर जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने कोतवाली से बसों में भरकर रालोद के दोनों पूर्व विधायकों समेत करीब 40 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को थाना भवन के एक स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में पहुंचा दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने की सभी को इजाजत दी गई थी, मगर जिन लोगों ने शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया उनको अस्थाई जेल भेजा गया है।
भारत बंद के दौरान सड़क पर जाम लगा कर बैठे भीम आर्मी और सपा नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार करके अस्थाई जेल भेज दिया है। शामली शहर के गुरुद्वारा तिराहे पर भीम आर्मी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पानीपत खटीमा मार्ग को जाम कर रखा था। पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया तो कहासुनी शुरू हो गई जिसके बाद पुलिस बल ने भीम आर्मी के कई पदाधिकारियों समेत करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करते हुए थाना भवन मैं बनाई गई अस्थाई जेल पहुंचा दिया। इसके अलावा थानाभवन कस्बे में जिला पंचायत सदस्य व समाजवादी नेता शेर सिंह राणा के नेतृत्व में दिल्ली सहारनपुर हाईवे जाम कर के बैठे सपाइयों को भी पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए अस्थाई जेल भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शांतिपूर्ण आंदोलन करने से किसी को नहीं रोका गया है।
भारत बंद के दौरान शामली शहर से लेकर जिले के कस्बा और गांवों में बाजार खुले हुए हैं जबकि चहल-पहल काफी कम नजर आ रही है । जनपद से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पानीपत-खटीमा, मेरठ- करनाल और दिल्ली -सहारनपुर पर 11 बजे के बाद वाहनों की आवाजाही काफी कम हो गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल रखा है। शामली की मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों के अलावा कैराना, कांधला, थाना भवन और जलालाबाद पर विशेष फोकस रखा गया है। यहां भारी संख्या में स्थानीय पुलिस और पीएसी तैनात है। जलालाबाद कस्बे में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने नए कृषि कानूनों के विरोध में पुतला फूंका और नारेबाजी की। पुलिस के पहुंचने से पहले ही पुतला जलाने वाले लोग गायब हो गए। दूसरी ओर विपक्षी दलों के पदाधिकारियों व पूर्व विधायकों को पुलिस ने घर में नजरबंद किया हुआ है। एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इन सभी नेताओं को पुलिस की निगरानी में इसलिए रखा गया है ताकि कानून व्यवस्था खराब न हो। उधर, डीएम जगजीत कौर का कहना है कि किसान संगठन के नेताओं से पहले ही वार्ता हो चुकी है, किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिले में सेक्टर व्यवस्था लागू है तथा पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार गश्त कर रहे हैं।
अभी-अभीः मुजफ्फरनगर में पूर्व मंत्री सहित रालोद व कांग्रेसी नेता गिरफ्तार!, कईं जगह जाम, जमकर हंगामा, देखें वीडियो ओर तस्वीरें, पढें पूरी अपडेट https://t.co/QQ5w5wW4J7 @RLDparty @jayantrld #FarmersProtest #BharatBandh #muzaffarnagar
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) December 8, 2020
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