मुजफ्फरनगर। जनपद के एक गांव में मंगलवार को उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया, जब गांव में लग रहे जिओ 5जी के टावर को लेकर ग्रामीणों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया, जिसके चलते जहां ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए कंपनी की गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर दी, तो वहीं पलायन की धमकी देते हुए ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिए हैं।
दरअसल मामला नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव का है, जहां पर जिओ 5जी टावर लगाए जाने का काम चल रहा था, जिसके विरोध में मंगलवार को क्षेत्रीय ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा। इस दौरान ग्रामीणों ने कंपनी की गाड़ी में जहां तोडफ़ोड़ कर दी, तो वही मौके पर पहुंचकर भारी पुलिस फोर्स ने किसी तरह मामले को शांत कराया, लेकिन टावर लगाए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए अपने-अपने घरों पर पलायन के पोस्टर चस्पा कर दिए, जिसको लेकर आलाधिकारियों का कहना है कि जिओ कंपनी के पास टावर लगाने की परमिशन है लेकिन ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं फिलहाल विरोध के चलते टावर लगाए जाने के काम को रुकवा दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह टावर गांव में लगाया गया, तो पशु पक्षी और इंसानों के लिए बहुत सी परेशानियों खड़ी हो जायेंगे, जिसके चलते क्षेत्र के तकरीबन 500 घरों पर टावर के विरोध में पलायन के पोस्टर चस्पा किए गए हैं।
ग्रामीण नरेश कुमार ने बताया कि हमारे पड़ोस में 5जी का टावर लग रहा है, इसी वजह से हमने अपना मकान बेचने का प्लान किया है, यहां ऐसे बहुत घर है, करीब इस एरिया के 500 घर होंगे, जो पलायन कर रहे हैं, यह टावर पाल समाज के लोग लगा रहे हैं, यह जिओ का टावर है, इससे पशु, पक्षियों और आदमियों को बहुत परेशानी है और हमारे तो बिलकुल मकान से ही टच हो रहा है, हां यहां पुलिस मौजूद है, हां अगर टावर नहीं हटता तो पलायन की पूरी तैयारी है।
ग्रामीण अनिल कुमार की माने तो यह टावर का मामला है एवं घनी बस्ती के बीच में टावर लगाया जा रहा है, तो सब इसका विरोध कर रहे हैं एवं हम चाहते हैं कि अगर टावर ना लगे तो अच्छा है, क्योंकि जिस चीज का अगर विरोध हो रहा है, तो उसे क्यों लगवा रहे हैं, हम यही मांग कर रहे हैं कि यहां से हटना चाहिए नहीं, तो पलायन की पूरी तैयारी है, यह जियो 5जी का टावर है, इससे लोगों को हार्ट अटैक की परेशानी है व डंगर-ढोरो को परेशानी है वही बच्चों से लेकर बड़ों तक को परेशानी है, अगर यह टावर नहीं हटा, तो हम अपने मकान यहां से बेच कर जाएंगे और क्या कर सकते हैं, पुलिस तो कई बार आ चुकी है जब हम बुलाते हैं, तो तब आ जाती है व ये बुलाते है तो आ जाते है, इनका यह 15 दिन का काम था, लेकिन इन्होंने 15 घंटों के अंदर टावर तैयार कर दिया।
एसडीएम सदर परमानंद झा ने बताया कि लगभग 8.330 से 9 बजे ये संज्ञान में आया है कि जहां जिओ का टावर लगाने की अनुमति थी, वहां ग्रामीणों का काफी विरोध है, वही मौके की स्थिति देखते हुए नायब तहसीलदार व फोर्स को भेजा था एवं वहां कुछ तोडफ़ोड़ की घटनाएं भी सामने आई है और कुछ लोगों ने पोस्टर वगैरह भी लगाए हैं, लिहाजा शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए उसको फिलहाल रोक दिया गया है, वहीं बाद में उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर काम को शुरू कराया जाएगा।