नई दिल्ली. शरीर को बहुत से विटामिन्स और मिनरल्स की जरूरत होती है। ऐसे में अगर किसी तरह की कमी शरीर में हो जाए, तो हमें तरह-तरह की बीमारियां होने लगती हैं। ऐसा ही शरीर में विटामिन के की कमी के के कारण कई बीमारियां होने का खतरा रहता हैं।
विटामिन K की कमी होने पर शरीर में बहुत सी समस्याएं और बीमारियां पैदा होने लगती हैं। वहीं अगर आपके शरीर में विटामिन के पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो तो यह आपको कैंसर से बचाती है, हड्डियों के विकास में मदद करती है, साथ ही यह इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
डोंबिवली स्थित एसआरव्ही ममता अस्पताल में डायटीशियन नेहा चौधरी के अनुसार, विटामिन K के दो घटक होते हैं। एक होता है विटामिन K1 जो आपको सब्जियों से मिल जाती है। और विटामिन K2 जो मांस और अंडों से मिलते हैं।
हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और उससे संबंधित बीमारियां, जैसे ऑस्टियोपोरोसिस हो सकती है।
रक्त धमनियां सख्त हो जाती हैं और आंखों की समस्या भी हो सकती हैं।
दंत समस्या भी हो सकती हैं। ब्रश करते समय या इंजेक्शन लेते समय खून निकलने लगता है।
नाक से बार बार खून आते रहना भी विटामिन K की कमी होने के लक्षणों में से एक हो सकता है।
विटामिन के यह दांतों को जड़ से मजबूत भी बनाता है और टूटने या सड़ने से रोकता है।
पेशाब के दौरान खून विटामिन K की कमी के लक्षण हैं
गर्भावस्था के दौरान और डिलीवरी के दौरान भी डॉक्टर अक्सर शिशु की जांच करते ही हैं। साथ ही उन्हें विटामिन के का इंजेक्शन भी दिया जाता है। लेकिन अगर शिशु में विटामिन के की कमी हो तो उनमें रक्तस्रावी रोग पैदा हो सकता है। जिसे मेडिकल भाषा में HDN के नाम से भी जाना जाता है।
विशेषज्ञ डॉक्टर के अनुसार, घाव भरने, रक्त को पतला करने वाली दवाओं के हानिकारक प्रभावों को उलटने के लिए विटामिन के की आवश्यक भूमिका है। इसके अलावा, नवजात शिशुओं में रक्तस्राव संबंधी विकारों को रोकने के लिए भी विटामिन के मददगार साबित होता हैं। हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विटामिन के की भी आवश्यकता होती है। विटामिन डी के साथ, विटामिन के हड्डियों और मसूड़ों के स्वस्थ के लिए फायदेमंद हैं। हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है और वृद्ध महिलाओं में फ्रैक्चर की संभावना को कम करता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों के नुकसान में भी सफलतापूर्वक मदद करता है। अध्ययनों के अनुसार, यह विटामिन धमनी की दीवारों में खनिज करण को रोकता है और रक्तचाप को नियंत्रण में रखता है जिससे हृदय स्वास्थ्य भी अच्छा रहता हैं।
अगर आपको भी विटामिन के की कमी होने का कोई लक्षण दिखाई दे, तो आप एक सह डाइट के जरिए इस कमी को पूरा कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपनी डाइट के कच्ची चीज, पत्ता गोभी, काजू, कीवी, अनार और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना होगा। साथ ही आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर दवा या सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।