शामली. हरिद्वार में चंडीघाट पर गंगाजल भर रहे शामली जिले के दो चचेरे भाई पानी के तेज बहाव में बह गए। घंटों तलाश के बाद एक युवक का शव बरामद हो गया, जबकि दूसरे युवक की गोताखोर तलाश कर रहे हैं। मंगलवार को युवक का शव मोहल्ला बड़ीआल स्थित घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। त्योहार के दिन युवक की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
शिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने की इच्छा मन में रखकर 23 जुलाई को मोहल्ला बड़ीआल निवासी 30 वर्षीय अनुज पुत्र हरिदास मोहल्ले के ही कुछ युवकों मुकेश सैनी, गौरव, सागर, मोनू व मालेंडी गांव निवासी चचेरे भाई रुद्राक्ष के साथ हरिद्वार गया था। साथियों ने बताया कि सोमवार सुबह अनुज व रुद्राक्ष चंडीघाट से गंगाजल भर रहे थे, तभी पैर फिसलने पर दोनों गंगा की तेज धारा में बह गए। शोरशराबा होने पर मौके पर मौजूद गोताखारों ने गंगा में दोनों की तलाश की तो कुछ समय बाद अनुज को बरामद कर लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी, काफी प्रयासों के बाद भी रुद्राक्ष का कोई पता नहीं चल पाया था।
वहीं पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार सुबह अनुज का शव घर पहुंचा। शव को देखते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। बाद में गमगीन माहौल में युवक का धीमानपुरा स्थित श्मशान में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अनुज का परिवार भी मूल रूप से मालेंडी का गांव का रहने वाला है। कई वर्ष पूर्व वह शामली आकर मोहल्ला बड़ीआल में रहने लगा था। अनुज की शादी करीब आठ वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन अभी तक कोई बच्चा न होने के कारण इसी मनोकामना को लेकर हरिद्वार गंगाजल लेने के लिए गया था। पति की मौत से पत्नी कोमल का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी और मां को रोता देख आसपास मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। बताया गया कि अनुज की पत्नी फिलहाल गर्भवती है।
मालेंडी गांव निवासी रुद्राक्ष की पिछले साल ही शादी हुई थी। उसके गंगा नदी में डूबने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश में जुट है। मंगलवार देर शाम तक उसका कोई पता नहीं चल पाया था।