गाजियाबाद। बड़ा ही भयावह मंजर था। एक के बाद एक सिलिंडर फटते जा रहे थे। 20 मिनट में ही 50 से ज्यादा फट गए। सिलिंडर सिर्फ फट नहीं रहे थे। तेज धमाके के साथ उछल रहे थे और फिर टुकड़े-टुकड़े होकर दूर जाकर गिर रहे थे। आग का गोला बने जलते हुए सिलिंडर के टुकड़े एक किलोमीटर के दायरे में गिरे।
पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी पवन ने बताया कि सुबह के साढ़े चार बजे थे। अचानक से एक धमाके की आवाज आई। जिस ट्रक में सिलिंडर फटा था, नजर खुद ब खुद उसकी ओर पहुंच गए। तभी और सिलिंडर फटने लगे। कुछ समझ में आता, इससे पहले ही आसमान से आग के गोले गिरने लगे। पेट्रोल पंप पर सभी कर्मचारी बुरी तरह से सहम गए थे।
पवन ने बताया कि कुछ ही देर में घरों से लोग निकल आए। हर कोई डरा-सहमा था। एक के बाद एक सिलिंडर फटे जा रहे थे। जिस ट्रक में सिलिंडर रखे थे, उसमें आग लग चुकी थी। इसकी लपटें दूर से नजर आ रही थीं। दमकलकर्मी भी काफी देर तक ट्रक से दूरी बनाए रहे। डर था कि सिलिंडर न फट जाए।
भोपुरा के आसपास की काॅलोनियों के हजारों लोग भयावह मंजर देख घर छोड़कर भाग गए। आग बुझ जाने के बाद ये लोग वापस आए। सिलिंडर फटने और आग बुझाने के अभियान चलने के दौरान वाहन चालक भी भोपुरा रोड पर नहीं आए। इस घटना में चार दुकान, एक मकान और एक गोदाम में आग लगी। इनमें भारी नुकसान हुआ है। आठ वाहन जलकर कबाड़ में बदल गए।
धमाकों की आवाज सुनकर सीआरपीएफ की बटालियन ने मौके पर पहुंचकर तुरंत स्थानीय लोगों को घटनास्थल से दूर जाने में मदद की। यहां तक कि दमकल टीम के साथ मिलकर घरों में फंसे लोगों को बाहर भी निकाला और बचाव दल का सहयोग किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के बाद आधी से ज्यादा कॉलोनी खाली हो गई थीं।