गाजियाबाद। जिला आपूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा बालियान ने बताया कि अभी तक 15 कोटेदारों ने इच्छा जताई है। इनका प्रशिक्षण 27 मई से 31 मई तक नोएडा स्थित राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान में होगा जहां अन्य कई राज्यों के कोटेदार भी मौजूद रहेंगे। सभी लोगों तक सस्ते दामों में घरेलू उपयोग की वस्तुएं और राशन मुहैया कराने के लिए जिले में स्मार्ट फेयर प्राइस शॉप खोली जाएंगी। खाद्य एवं रसद विभाग ने प्रदेश भर से गाजियाबाद को पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत के लिए चुना है। अच्छा फीडबैक मिलने के बाद प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसको शुरू किया जाएगा। इसके तहत 15 कोटेदार का चयन किया गया है, जिनका जल्द ही नोएडा में प्रशिक्षण शुरु होगा।
इन दुकानों में परचून के सामान से लेकर उस क्षेत्र में जिनकी सामग्रियों की मांग अधिक होगी उसके आधार पर बाजार मूल्य से कम दामों में सामान मिलेगा। इच्छुक कोटेदार इस योजना के तहत पंजीकरण करा सकते हैं। जिला आपूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा बालियान ने बताया कि अभी तक 15 कोटेदारों ने इच्छा जताई है। इनका प्रशिक्षण 27 मई से 31 मई तक नोएडा स्थित राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान में होगा जहां अन्य कई राज्यों के कोटेदार भी मौजूद रहेंगे।
इसमें राजस्थान, हरियाणा, यूपी सहित कई राज्य शामिल हैं। इस योजना के तहत कोटेदारों को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), केंद्रीय भंडारण निगम (सीडब्ल्यूसी) की तरफ से अनाज पर सब्सिडी भी दी जाएगी। इसके अलावा उनको कम ब्याज दरों पर लोन भी मिलेगा। उचित दर दुकानों को पोषण केंद्र की तरह भी संचालित किया जाएगा। इसमें आटा, चावल, दाल, तेल सहित श्रीम अन्न भी मिलेगा। इसके लिए किसान उत्पादक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा जनसुविधा केंद्र भी होगा और वाईफाई की भी सुविधा होगी। इस पर कम दरों पर मोबाइल डाटा भी मिलेगा।
अन्नपूर्णा योजना के तहत जिले में चार अन्नपूर्णा भवन या मॉडल शॉप खोली गई हैं। शुरुआत में चारों ब्लॉक में एक-एक दुकानें खोली गई हैं। इन दुकानों पर सस्ती जेनेरिक दवाओं सहित अन्य जरूरत के सामान, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने की भी सुविधा है। जिले में हकीकतपुर उर्फ खुदावास, दूसरा इलायचीपुर, तीसरा टीला शाहबाजपुर और चौथा सरफुद्दीन जावली में बनाई गई हैं।
कोटेदारों की आय बढ़ाने के लिए और लोगों को सस्ती दरों पर राशन और अन्य सामग्री मुहैया कराने के लिए सरकार यह योजना शुरू कर रही है। प्रशिक्षण के बाद कोटेदार अपने-अपने यहां इस दुकान को संचालित कर सकते हैं।