ग़ाज़ियाबाद। लोनी के निठोरा गांव के सामने दूधिया को गोली मारने के मामले में पुलिस ने दूधिया को ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि उसने विपक्षी को फंसाने के लिए अपने भांजे से और उसके एक साथी के साथ मिलकर गोली चलवाई थी। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने घटना का राजफाश किया। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। एसीपी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि 13 मई को निठोरा गांव के सामने सिरोली गांव निवासी दुधिया सतपाल उर्फ सचिन के पैर में गोली लगी थी।
सचिन के भाई तेजवीर ने विपक्षियों पर आरोप लगाते हुए लोनी थाने में रजत, प्रशांत निवासी बागपत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना में टीम का गठन किया था। टीम ने घटना का खुलासा करते हुए सतपाल उर्फ सचिन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो सतपाल उर्फ सचिन अपने भांजे और उसके एक साथी के साथ बात करते हुए नजर आए। दोनों घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर थे। इसके बाद अन्य कैमरे और देखे। कॉल डिटेल और अन्य डाटा खंगाला गया, जिसमें पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे।
इस आधार पर पुलिस ने सतपाल को गिरफ्तार किया। आरोपी ने बताया कि विपक्षियों को फंसाने के उद्देश्य से षड्यंत्र रचकर खुद को गोली लगवाई है। पूछताछ में सतपाल ने बताया कि उनका रजत और प्रशांत के साथ भैंसों का व्यापार व रकम का लेनदेन था। एक फैसले में सतपाल को रजत और प्रशांत को अपनी भैंस व रुपये देने थे। रुपये न देने पड़ें इसके लिए रजत और प्रशांत को फंसाने के लिए भांजे व उसके साथी बंटी के साथ मिलकर षडयंत्र रचा।