
शामली। अमरोहा में पढ़ रहे थानाभवन के एक गांव निवासी युवक की कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई है। गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके पूरे परिवार को आइसोलेट किया है। जबकि अमरोहा स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट कर वहीं पर युवक को क्वारंटाइन करा दिया गया है। युवक कुछ दिन पूर्व ही अपने घर आया था, जहां खांसी नजला होने पर उसने सीएचसी शामली में अपनी जांच कराई थी।
शामली के थानाभवन ब्लाक क्षेत्र का एक निवासी छात्र अमरोहा में पढ़ रहा है। दो दिन पूर्व वह अपने गांव में आया था। उसकी तबीयत खराब हुई तो वह वह 15 मार्च को थानाभवन सीएचसी पर पहुंचा। इस दौरन वहां डाक्टरों ने उसकी कोविड की जांच भी कराई और प्राथमिक उपचार देकर उसको घर भेज दिया। गुरुवार को जांच रिपोर्ट आई तो पता चला कि कोरोना से पीड़ित है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची, लेकिन तब तक छात्र अमरोहा जा चुका था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर में मौजूद सात लोगों के सैंपल लिए तथा जांच के लिए जसाला में भेज दिए। इसके साथ ही युवक के घरवालों को भी आइसोलेट करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को अमरोहा में ही क्वारंटाइन करा दिया है।
स्वास्थ्य विभाग भी अमरोहा में उसके साथियों की कोरोना सैंपलिंग करा रहा है। सीएमओ डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि थानाभवन के एक गांव निवासी 23 साल का युवक अमरोहा में पढ़ता है, वह अपने घर आया था, सीएचसी थानाभवन पर उसकी जांच हुई जिसमें वह कोरोना पाजीटिव आया। युवक को अमरोहा में ही क्वारंटाइन कराने के साथ ही उसके स्वजन तथा आस-पास के घरों की सैंपलिंग कराई गई है।
कोरोना ने जिले में पैर रख दिया है। इस बार चार माह बाद कोरोना दस्तक जिले में हुई है। कोरोना का केंद्र इस बार थानाभवन में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीमों को हाई अलर्ट करने के साथ ही सेंपलिंग को गति दे दी है। दरअसल, कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने पूरे जिले में कहर मचाया था। दोनों ही लहर में अब तक शामली में कोरोना के करीब 16879 कोरोना केस पाजीटिव आए थे, जबकि जिले में अब तक कोरोना से 50 मौतें हो चुकी है, बाकी लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने सभी लोगों को क्वारंटाइन किया था और धीरे-धीरे वह स्वस्थ भी हुए थे।
अक्टूबर माह में कोरोना आखिरी केस सामने आया था। जिसके बाद धीरे-धीरे कोरोना पीड़ित स्वस्थ हो गए थे और जिले को उसके बाद कोरोना मुक्त कर दिया गया था।जिले मेंं कोरोना की एंटीजन जांच तथा आरटीपीसीआर जांच हो रही है। पूरे जिले में रोजाना करीब एक हजार जांच हो रही है। कोरोना की दस्तक होने के बाद अब फिर जांचों में और बढ़ोतरी होगी।
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