मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में हुए संभल कांड के बाद आज जुम्मे की नमाज पर मुजफ्फरनगर जनपद की पुलिस भी अलर्ट मोड पर रही जिसके चलते खुद मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह ने कमान संभालते हुए आज पुलिस फोर्स के साथ अति संवेदनशील मुस्लिम इलाकों में फ्लैग मार्च कर ड्रोन से निगरानी की। मुजफ्फरनगर के सभी मुस्लिम इलाकों में कड़ी सुरक्षा के बीच आखिरकार जुम्में की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। इस दौरान मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ देखने को नहीं मिली। लेकिन सभी मुस्लिमों ने देश में अमन-ओ-अमान की दुआएं पढ़ी और देश में आपसी भाई चारा रखने की अपील की।

आपको बता दें कि इन अति संवेदनशील इलाकों में स्थित मस्जिदों पर भी भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है और साथ ही पुलिस प्रशासन के द्वारा ये अपील भी की गई है की मुजफ्फरनगर की जनता किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दे और माहौल खराब करने वालों को भी चेतावनी देते हुए कहा गया है कि सोशल मीडिया पर पुलिस पेनी नजर रखे हुए है और अगर कोई भी किसी प्रकार से माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी अभिषेक सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जनपद में सभी मस्जिदों के आसपास सुरक्षा बल तैनात किए गए थे और फ्लैग मार्च के साथ-साथ ड्रोन निगरानी भी की गई। उन्होंने बताया कि नमाज के दौरान शांति बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठकें आयोजित की गईं और धर्मगुरुओं से संवाद किया गया।

कहा कि यदि कोई सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। कहा कि सभी मस्जिदों के आसपास पुलिस बल तैनात। ड्रोन के जरिए निगरानी। धर्मगुरुओं के साथ 1-टू-1 संवाद। कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई। सभी धर्मगुरुओं से सहयोग की अपील।शाही मस्जिद के इमाम मौलाना कारी जाहिद कासमी ने बताया कि जुम्मे की नमाज पूरे जनपद में शांतिपूर्ण संपन्न हुई। पुलिस प्रशासन की सक्रियता और धर्मगुरुओं के सहयोग से जुम्मे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकी। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी मस्जिदों के बाहर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया और ड्रोन कैमरों से इलाकों की निगरानी की।

एसएसपी ने कहा,”हमने सुनिश्चित किया कि सभी जगह शांति व्यवस्था बनी रहे और आपसी भाईचारा मजबूत हो। नमाज के दौरान देश में शांति और सौहार्द्र के लिए दुआएं की गईं।”सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस बल तैनात। ड्रोन कैमरों से निगरानी। शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील। अफवाहों पर कड़ी निगरानी और कार्रवाई का आश्वासन। सभी मुफ्ती, मौलवी, और काजियों से संवाद। पुलिस प्रशासन की सक्रियता और सामुदायिक सहयोग से जुम्मे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, जो आपसी सौहार्द्र का एक उदाहरण है।