मुजफ्फरनगर। शहर क्षेत्र में मंगलवार देर रात अंसारी रोड व रुड़की रोड पर पैदल जा रहे दो युवकों पर बाइक सवार दो युवकों ने ब्लेड से हमला किया और उन्हें लहूलुहान कर फरार हो गए। करीब दस साल पहले भी शहर में ब्लेडमैन सक्रिय था और लोगों को ब्लेड मार फरार हो जाता था। दस मिनट में दो घटनाओं से उसके सक्रिय होने की अंदेशा जताया जा रहा है। सवाल यह है कि यह वही ब्लेडमैन या कोई और, यदि वही है तो इस बार वह साथी के साथ तो वारदात करने तो नहीं निकला। इन सवालों का सही जवाब पुलिस की जांच और आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद ही मिल पाएगा।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मोहल्ला ब्रह्मपुरी निवासी हिमांशु मंगलवार रात सनातन धर्म सभा भवन से रामलीला देखकर घर लौट रहा था। अंसारी रोड पर मोबाइल पर कॉल आने पर वह पैदल चलते हुए ही बात करने लगा। पीड़ित के अनुसार, इसी दौरान पीछे से बाइक पर आए दो युवकों ने उस पर ब्लेड से हमला कर दिया, जिससे उसका हाथ लहूलुहान हो गया। आरोपियों ने युवक का मोबाइल भी छीनने का प्रयास किया, लेकिन शोर मचाने पर वे फरार हो गए। यहां से कुछ ही दूर रुड़की रोड पर चंद्रा टॉकिज के पास पहुंचने पर बाइक सवार युवकों ने सड़क पर पैदल जा रही मोहल्ला लद्दावाला निवासी सरताज पर भी ब्लेड से हमला कर दिया। लहूलुहान होने पर आरोपी फरार हो गए, जिसके बाद आसपास के लोगों ने घायल को जिला अस्पताल भेजा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हमलावरों का सुराग नहीं लगा।
करीब दस साल पहले 2011-2012 में मुजफ्फरनगर भीड़ भरे बाजार और चहलपहल भरी सड़कों पर ब्लेडमैन महिलाओं व युवतियों को निशाना बना रहा था। बाद में पुलिस ने एक मानसिक रोगी शमीम को गिरफ्तार भी किया, उसका परीक्षण भी कराया गया, लेकिन ब्लेडमैन वही था या कोई और, इसकी तह तक पुलिस नहीं पहुंच पाई थी।
उस समय सबसे पहले मीनाक्षी चौक पर रिक्शे में जा रही छात्रा पर हमला हुआ। उसके बाद शिव चौक और जिला अस्पताल के पास दो युवतियों पर हमला हुआ था। किदवईनगर में स्कूल से लौट रही छात्रा फौजिया, अस्पताल तिराहे के निकट खालापार की रूबाना,जैनेबिया गर्ल्स स्कूल के पास अलीशा, किदवई नगर में किशोरी चांदनी पर ब्लेड मैन ने हमला किया था। लगातार दस दिन के भीतर हुई इन घटनाओं से दहशत फैल गई थी। ये मामले तो थानों तक पहुंचे थे, कुछ मामले तो ऐसे थे, जिनमें महिलाओं ने शिकायत ही नहीं की थी। नई मंडी क्षेत्र में एक रिक्शा चालक और एक बच्चे के साथ घटनाएं हुई थी।
मामला सुर्खियों में आया तो डीजीपी ने संज्ञान लिया और पीड़ित युवतियों से पूछताछ कर ब्लेड मैन के स्केच जारी किए थे और उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। चौराहों और बाजारों में सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई थी। डेढ़ दर्जन से ज्यादा मनचलों को गिरफ्तार किया गया था।
एक दशक पहले ब्लेडमैन के हमले की शिकार महिलाएं और युवतियां बनी थी। कई मामलों में तो ब्लेड मारकर उनके कपड़े काट चला गया और ब्लेड के खरोंच भी शरीर पर आई, लेकिन बाद में पता चला था। तब उनके साथ कोई लूटपाट की मंशा नहीं थी। इस बार दो युवकों को शिकार बनाया गया, उनमें एक साथ मोबाइल लूटने की कोशिश भी हुई है।
शामली में करीब सात साल पहले ब्लेड मारने की कई घटनाएं हुई थी। इनमें बच्चों को शिकार बनाया गया था और थानाभवन क्षेत्र में अधिक घटनाएं हुई थी। शामली में पुलिस ने ब्लेड मैन की गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके, बिहार में पटना सहित कई जिलों में इस तरह की घटनाएं हुई थी।