
मुजफ्फरनगर। तीन दिन पूर्व भैंसी गांव में गन्ना तौल के दौरान शुगर मिल के सेंटर पर तौल बाबू से हुई मारपीट मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुगर मिल यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर तौल बाबू ऐसे ही पीटते रहे तो सेंटरों को बंद कर दिया जाएगा। यूनियन ने भैंसी सेंटर पर किसानों की तानाशाही करने का आरोप भी लगाया है।
भैंसी गांव स्थित शुगर मिल के सेंटर पर तीन दिन पूर्व किसान ने गन्ना तौल में घटतौली होने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर तौल बाबू प्रेम सिंह से मारपीट की थी। हंगामे की सूचना पर मिल अधिकारी भी पहुंचे। किसानों की उनसे भी घंटों नोकझोंक हुई। घटना के बाद से तौल बाबू के ड्यूटी पर न आने पर यूनियन अध्यक्ष निर्दोष त्यागी ने जानकारी ली। अध्यक्ष ने मंगलवार को बताया कि शुगर मिल के सैकड़ों तौल सेंटर हैं, लेकिन भैंसी गांव में लगे सेंटर पर हमेशा से ऐसी शिकायत मिलती है। आरोप है कि किसान सेंटर पर मिट्टी युक्त गन्ना लेकर आते है, जिसका तौल बाबू विरोध करता है। तौल में किसी भी तरह की घटतौली नहीं की जाती है। गन्ना एक्ट में भी लिखा हुआ है कि किसी भी धर्मकांटे की तौल को नहीं माना जायेगा। अगर किसान को गड़बड़ी लगती है तो वो काटे पर बाट डालकर देख सकता है। बैठक में जहीर आलम, ब्रजमोहन, सतेन्द्र गुलाम सिंह, गुलबीर राठी, यशबीर, संजीव, हरेन्द्र, बिजेन्द्र, संजीव, संदीप दयाराम, हरेन्द्र, बिरेन्द्र राजीव आदि रहे।
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