कौशांबी।  थानाक्षेत्र स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक की अधिकारी आस्था दीक्षित ने विनय अग्रवाल नाम के व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज कराया है। विनय पर फर्जी दस्तावेज और हस्ताक्षर तैयार कर अग्रवाल एसोसिएट्स (प्रमोटर्स) कंपनी का निदेशक बनकर बैंक खाते से 93.61 लाख रुपये धोखाधड़ी से दूसरे खातों में ट्रांसफर कराने की कोशिश का आरोप है। रकम ट्रांसफर होने से पहले बैंक अधिकारी ने कंपनी के अधिकारी से जब दस्तावेजों का सत्यापन कराया तब मामला खुला। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस को दी तहरीर में बैंक अधिकारी आस्था दीक्षित ने बताया कि 20 फरवरी की दोपहर करीब दो बजे बैंक प्रबंधक चारु अरोड़ा के पास विनय अग्रवाल ने फोन किया। खुद को अग्रवाल एसोसिएट्स (प्रमोटर्स) कंपनी का निदेशक बताकर कंपनी के बैंक खाते में रकम का पता किया। इसके बाद बैंक स्टेटमेंट भी मंगाए। दो मार्च को विनय ने उनके पास फोन किया और कंपनी अधिकारी का हस्ताक्षर किया हुआ पत्र ईमेल से उन्हें भेजा। पत्र में पांच बैंक खातों की जानकारी लिखी थी। साथ ही उनमें 93.61 लाख रुपये कंपनी के खाते से ट्रांसफर करने को कहा गया था।

इसके साथ ही एक करोड़ रुपये म्यूचल फंड के नाम पर रखने की बात भी लिखी थी। बैंक अधिकारी ने बताया कि शक होने पर उन्होंने अग्रवाल एसोसिएट्स के अधिकारी ललित को फोन करके जब जानकारी की तब पता चला कि कंपनी की तरफ से ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है और न ही कोई पत्र जारी हुआ है। जांच करने पर हस्ताक्षर व कंपनी के नाम का पत्र नकली निकला। एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि जिन पांच बैंक खातों की जानकारी पत्र में है, उनकी जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके मोबाइल नंबर को भी ट्रेस किया जा रहा है।