नई दिल्ली। आसाराम और उसके बेटे पर हुए दुष्कर्म सहित अन्य मामलों का गवाह की हत्या करने के केस में फरार आरोपी को गुजरात एटीएस की टीम ने उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आसाराम आश्रम में रसोई और सेवा का काम करने वाले गवाह बने अखिल गुप्ता की वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आसाराम पर आरोप हैं कि उसने अपने वकील प्रवीण काबले के जरिए कार्तिक हलघर और नीरज जाट नामक शार्प शूटरों से अखिल की हत्या करवाई थी। इसके बाद से ही प्रवीण फरार चल रहा था और बीते 4 सालों से हरिद्वार में साधु बनकर घूम रहा था।

गुजरात एटीएस के पीएसआई वाई जी गुर्जर को सूचना मिली थी कि आसाराम केस के साक्षी अखिल कुमार गुप्ता की हत्या के केस में फरार आरोपी प्रवीण कामले हरिद्वार में साधु बन रह रहा है। सूचना मिलते ही एटीएस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रवीण की पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि आसाराम आश्रम में रसोई और सेवा का काम करने वाले अखिल कुमार गुप्ता आसाराम की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ गवाह बना था। इसलिए आसाराम के कहने पर शार्पशूटर कार्तिक हलधर और नीरज जाट द्वारा वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में अखिल की गोली मारकर हत्या करवा दी गई थी।

हत्या करने के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन बाद में जांच के दौरान कार्तिक और नीरज को गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि प्रवीण अपने घर के सदस्यों से संपर्क खत्म कर फरार हो गया था। तीन साल तक अलग-अलग जगहों पर रहने के बाद वर्ष 2018 से उत्तराखंड के हरिद्वार में साधु बनकर रहने लगा था।

आसाराम के दुष्कर्म और हत्या के मामले में विभिन्न शहरों में गवाहों की हत्या कर दी गई थी, जिसमें सूरत के अडाजण और उमरा पुलिस थाने में भी हत्या के प्रयास में दो अपराधों में प्रवीण कामले गिरफ्तार हो चुका था। लेकिन जब अखिल मर्डर में शूटरों ने प्रवीण का नाम लिया तो प्रवीण फरार हो गया था।