मुजफ्फरनगर। खतौली नगर पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज अली के विरुद्ध जनपद जिला कोर्ट में डाली गई चुनावी याचिका पर उच्च न्यायालय हाईकोर्ट ने सुनवाई पर रोक लगा दी है। उच्च न्यायालय ने परीक्षण के बाद याचिका को समयावधि बीतने के बाद दायर करने का कारण बताया है।
इसके चलते प्रतिवादी शिकतकर्ता कृष्णपाल सैनी के खेमे को बड़ा झटका लगा है, जबकि पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज अली हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इसके चलते महीनों से चल रही पालिका चेयरमैन और विपक्षियों के बीच चल रही नूरा-कुश्ती के खेल पर फिलहाल विराम लग गया। और चेयरमैन समर्थकों में खुशी का माहौल बना हुआ है।
खतौली नगर पालिका के चेयरमैन हाजी शाहनवाज अली के विरुद्ध निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे कृष्णपाल सैनी, व कांग्रेस नेता जमील अंसारी ने हाजी शाहनवाज अली पर मूल जाति छिपाकर चुनाव लड़ने का आरोप लगाकर कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें विपक्षियों द्वारा चेयरमैन शाहनवाज अली पर सामान्य जाति होने के बावजूद पिछड़ा वर्ग से चुनाव लड़कर जीतने के आरोप लगाए गए थे।
मामले में चेयरमैन के जाति प्रमाण-पत्र की अधिकारियों द्वारा मंडलीय स्तर तक जांच पड़ताल की गई। इसके अलावा प्रतिवादी कृष्णपाल सैनी ने जिला कोर्ट में चुनावी याचिका दायर की थी। जिसमें हाजी शाहनवाज अली को पालिका के चेयरमैन पद से बर्खास्त करने की मांग की गई थी। इस याचिका पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होनी थी।
चेयरमैन शाहनवाज अली के अधिवक्ता अवध बिहारी लाल और अमित गुप्ता ने बताया, कि विपक्षियों द्वारा जिला कोर्ट में दायर की गई याचिका के विरुद्ध उच्च न्यायालय हाई कोर्ट की शरण ली गई थी। शुक्रवार को उच्च न्यायालय ने इस याचिका पर चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी है। इसके पीछे कारण बताया की नगर पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज अली 13 मई 2023 को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए थे। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया को लेकर याचिका दायर करने की तिथि 12 जून तक थी, मगर कृष्णपाल सैनी द्वारा याचिका एक जुलाई को कोर्ट में डाली गई।
इसे उच्च न्यायालय ने नियम विरुद्ध माना है। जिस कारण जिला कोर्ट में चल रही चेयरमैन प्रकरण की सुनवाई पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं। अधिवक्ता अमित गुप्ता ने बताया, कि मामले में कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 18 नवंबर तारिक नियत की है।
उधर चेयरमैन के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई पर स्टे होने के बाद कृष्णपाल खेमे को झटका लगा है। और चेयरमैन विरोधियों में मायूसी छाई हुई है। वही हाईकोर्ट से बड़ी राहत के बाद पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज अली के समर्थकों में खुशी का माहौल बना हुआ है।